द लीडर : उत्तर प्रदेश का बरेली शहर, फेक न्यूज की चपेट में है. बार-बार एक न्यूज वायरल हो रही है. इस आरोप के साथ कि मुसलमानों ने पुलिस के जवान को पीटा है. पहले एक वायरल पोस्ट में जख्मी पुलिसकर्मी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था. और अब जो दूसरी पोस्ट वायरल हो रही है-उसमें एक पुलिसकर्मी की पिटाई का वीडियो यूज किया गया. ये दोनों घटनाएं बरेली की बताई गई हैं. (Fake News Bareilly Muslim )
इन पर पुलिस लगातार सफाई दे रही कि बरेली में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है. फेक न्यूज न फैलाएं. सोमवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने एक बयान जारी करके फेक न्यूज फैलाने वालों पर कार्रवाई की बात कही है.
सोशल मीड़िया प्लेटफॉर्म पर पुलिसकर्मियों की पिटाई का वीडियो जो कि जनपद बरेली को बताकर वायरल किये जाने एवं भ्रामक एवं अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद बरेली की बाईट। #UPPolice
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बरेली में 2 अक्टूबर से आला हजरत का उर्स शुरू हो रहा है. और इससे पहले मुस्लिम समाज के लोगों पर पुलिसकर्मियों की पिटाई की फेक न्यूज वायरल की जा रही हैं. 24 सितंबर को पंडित हेमंत शर्मा नामक ट्वीटर हैंडल से एक पोस्ट वायरल की गई थी.
जिसमें दावा किया था कि, चालान काटने से नाराज मुसलमानों ने पुलिसकर्मी को पीटकर घायल कर दिया है. इसमें एक पुलिसकर्मी की फोटो भी लगाई थी.
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बरेली पुलिस ने इस घटना का खंडन किया. और कहा कि घायल पुलिसकर्मी कानुपर के जीआरपी में तैनात थे. और उन्हें स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या की थी. पुलिस ने फेक न्यूज न फैलाने की चेतावनी भी दी थी.
गोपाल राज पुरोहित नामक ट्वीटर हैंडल से 1 सितंबर को ही एक पोस्ट वायरल हुई थी. जिसमें पंचर पुत्रों द्वारा पुलिसकर्मी की पिटाई का आरोप लगाया था. दूसरे ट्वीटर हैंडल से इसका वीडियो भी साझा किया गया है.
इसमें कंटेंट एक जैसा ही है. जोकि पहले पोस्ट में इस्तेमाल किया गया था. मसलन, ”हिंदुस्तान में क्या-क्या होगा? देश कौन चलाएगा? और सबका भविष्य क्या होगा? कड़ा सच यह है कि देश को बाहर से कम अंदर से ज्यादा खतरा है.”
यही कंटेंट पहली पोस्ट में भी उपयोग किया गया था. इन सारे ट्वीटर हैंडल पर जो पहचान लिखी गई है, वो हिंदूवादी कार्यकर्ता के तौर पर बताई गई है. बरेली पुलिस का ट्वीटर हैंडल चेक करने पर नजर आता है कि उन्हें लगातार ये पोस्ट टैग की जा रही हैं. जिन पर पुलिस अपनी सफाई पेश कर रही है. (Fake News Bareilly Muslim )
दूसरी पोस्ट में जो वीडियो वायरल किया गया है. बरेली पुलिस के मुताबिक वो वीडियो राजस्थान के भरतपुर जिले के थाना जुरहरा क्षेत्र का है. पुलिस ने अपील भी की है कि बिना सत्यापन के भ्रामक पोस्ट करके अफवाह न फैलाएं.
लेकिन इसके बावजूद बरेली को टारगेट करके ये फर्जी न्यूज क्यों फैलाई जा रही है? इसके पीछे एक साजिश नजर आती है. बरेली में एक एक महीने के अंदर कई बड़े इवेंट हैं. उससे पहले फर्जी न्यूज की भरमार पुलिस के चिंता का सबब हैं.
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक पुलिसकर्मी की पिटाई का बताकर जो वीडियो वायरल किया जा रहा है. वो राजस्थान के भरतपुर का है. इस मामले में 27 अगस्त को वहां की स्थानीय पुलिस मामला पंजीकृत कर चुकी है. लेकिन इस वीडियो को बरेली का बताकर जिन लोगों ने भी वायरल किया है. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.