नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक स्कैम मामले में आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी के मामले में डोमिनिका की कोर्ट ने फैसला कल तक के लिए टाल दिया है.
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कल फैसला सुनाएगी डोमिनिका कोर्ट
बीते दिनों एंटीगुआ से फरार होकर डोमिनिका पहुंचे मेहुल चोकसी को लेकर वहां की स्थानीय अदालत अपना फैसला कल सुनाएगी. कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई की गई.
जूम ऐप के जरिए सुनवाई में शामिल हुआ मेहुल
जूम ऐप के जरिए मेहुल भी सुनवाई में शामिल हुआ. इस सुनवाई में ईडी और सीबीआई की टीम भी मौजूद रही. सुनवाई के दौरान डोमिनिका सरकार ने कोर्ट में कहा कि मेहुल चोकसी की याचिका सुनवाई के योग्य नहीं है.
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चोकसी को भारत को सौंपा जाए- डोमिनिका सरकार
डोमिनिका सरकार ने कहा कि, चोकसी को भारत को सौंपा जाए. कोर्ट में बहस खत्म हो गई है. जज ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं. अब इस मामले पर कल फैसला आने की उम्मीद है.
विपक्षी पार्टियों से बातचीत कर रहे मेहुल के भाई
सुनवाई से पहले मेहुल के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि, मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि मेहुल के भाई डोमिनिका में विपक्षी पार्टियों से बातचीत कर रहे हैं. यह अफवाह है. मेहुल के भाई डोमिनिका में यह देखने आए हैं कि क्या मेहुल चोकसी के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है या नहीं.
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सुनवाई से पहले क्या बोलीं मेहुल की पत्नी?
भगोड़े मेहुल चोकसी के मामले में डोमिनिका कोर्ट में सुनवाई शुरू होने से पहले मेहुल की पत्नी प्रीति चोकसी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि, मेरे पति को स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हैं.
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मुझे कैरेबियाई देशों के कानून में पूरा विश्वास- प्रीति
वह एंटीगुआ के नागरिक हैं और उन्हें बारबुडा के संविधान के तहत सभी अधिकार और सुरक्षा का लाभ लेने का हक है.प्रीति ने कहा कि मुझे कैरेबियाई देशों के कानून में पूरा विश्वास है. हम मेहुल के सुरक्षित और जल्द से जल्द एंटीगुआ वापसी का इंतजार कर रहे हैं.
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मेहुल की पत्नी ने कहा कि, वो महिला मेरे पति को जानती थी, जब वह एंटीगुआ आती थी तो वह मेरे पति से मिलने जाती थी.जो लोग उनसे मिले हैं. उससे मुझे जो समझ आया है वो ये है कि , मीडिया चैनलों पर दिखाई गई महिला वह महिला नहीं है जिसे वे बारबरा के नाम से जानते थे.
मेहुल को दी गई शारीरिक प्रताड़ना से परिवार चिंतित
प्रीति ने कहा कि, मेहुल को दी गई शारीरिक प्रताड़ना से परिवार चिंतित है. अगर कोई वास्तव में मेहुल को जिंदा वापस लाना चाहता है तो फिर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित क्यों किया गया?
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मेहुल को भारत लाने के लिए डोमेनिका गई सीबीआई
पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में शामिल भारत के भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम डोमेनिका पहुंच गई है. सीबीआई की इस टीम में कुल 6 अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिसका नेतृत्व शारदा राउत कर रही हैं.
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डोमेनिका कोर्ट चोकसी के निर्वासन का आदेश देगी तो उसे भारत लाया जाएगा
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि, अगर डोमेनिका की अदालत मेहुल चोकसी के निर्वासन का आदेश देती है, तो उसे भारतीय अधिकारियों की टीम एक निजी जेट द्वारा नई दिल्ली लाएगी. और फिर लैंडिंग के बाद उसे शारदा राउत द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा.
भारतीय अधिकारियों ने डोमिनिका अधिकारियों के साथ कई बैठकें
खबर के अनुसार, भारतीय अधिकारियों ने डोमिनिका अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बुधवार को सुनवाई के लिए भारत के मामले का दृढ़ता से प्रतिनिधित्व किया जाए.
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डोमिनिका कोर्ट में मेहुल चोकसी का हलफनामा दायर होगा
सूत्रों का यह भी कहना है कि, प्रवर्तन निदेशालय की ओर से डोमिनिका कोर्ट में मेहुल चोकसी की आपराधिक गतिविधियों के विवरण के साथ एक हलफनामा दायर किया जाएगा, जिसमें बताया जाएगा कि, वह कैसे एक भारतीय नागरिक है और किस आधार पर उसे भारत निर्वासित किया जाना चाहिए.
जनवरी 2018 से भारत में वांछित आरोपी है
उन्होंने यह भी कहा कि, डोमिनिका अभियोजकों के जरिए ईडी और सीबीआई अदालत को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि, उनकी हिरासत में रखा गया व्यक्ति जनवरी 2018 से भारत में वांछित आरोपी है. और इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस के आधार पर उसे तुरंत भारत भेज दिया जाना चाहिए.
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मेहुल चोकसी आज भी एक भारतीय नागरिक
अदालत को यह भी बताया जाएगा कि, नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता लेने वाला मेहुल चोकसी ने कभी भी भारत की नागरिकता को आत्मसमर्पण करने की प्रक्रिया पूरी नहीं की और आज भी वह एक भारतीय नागरिक है.
चोकसी के खिलाफ ठोस सबूत
सूत्रों ने कहा है कि. केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी डोमिनिका में मौजूद सीबीआई अधिकारियों के संपर्क में है और मेहुल चोकसी के खिलाफ ठोस सबूत उनके साथ साझा किए गए हैं.
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एजेंसी के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि, डोमिनिका में मेहुल चोकसी का मामला कानूनी पचड़ों में न फंसे, नहीं तो उसे भारत के लिए लंबा इंतजार करना होगा. बता दें कि, एंटीगुआ से 23 मई को रहस्यमय तरीके से गायब हुए मेहुल चोकसी को डोमिनिकन पुलिस ने अवैध रूप से उनके देश में घुसने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
मेहुल चोकसी ने ने लगाए आरोप
मेहुल चोकसी ने आरोप लगाया है कि, संभवतः भारतीय और एंटीगुआन अधिकारियों द्वारा उन्हें एंटीगुआ से अपहरण कर लिया गया था. फिर उसकी पिटाई की गई और इसके बाद डोमिनिका ले जाकर एक साजिश के तहत पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.
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