बरेली में कांग्रेस की मैराथन रैली में मची भगदड़ के कारण कई लड़कियां घायल

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द लीडर | बरेली में आयोजित कांग्रेस की मैराथन रैली में अचानक भगदड़ मच गई. बताया गया कि इस दौरान अव्यवस्था के चलते कई छात्राओं को चोट भी आई है. इस भगदड़ के बाद सड़क पर बच्चियों के जूते-चप्पल बिखरे पड़े नजर आए. इस घटना के बाद कांग्रेस नेताओं ने साजिश की ओर इशारा किया है. दरअसल कांग्रेस के लड़की हूं, लड़ सकती हूं अभियान के तहत ये मैराथन बरेली में आयोजित की गई थी. जिसमें तमाम छात्राओं को बुलाया गया था. भीड़ बढ़ने के चलते अव्यवस्था फैलती गई और अचानक भगदड़ मच गई.

कोई भी अस्पताल में भर्ती नहीं है

भगदड़ के बाद पूरे इलाके को खाली करवा दिया गया है. आयोजन को लेकर लगाए गए कांग्रेस के पोस्टर भी घटनास्थल से हटाए जा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने पार्टी के इस कार्य की कड़े तौर पर निंदा की है. उनका मानना है कि ऐसे सड़कों पर मैराथन का आयोजन कराना कहीं से भी सही नहीं है. वहीं कुछ लोगों का ये भी कहना है कि भगदड़ मचने की खबर बस एक अफवाह है. एक बच्ची सिर्फ गिरी थी, हालांकि उसे अधिक चोट नहीं आई है. कोई भी अस्पताल में भर्ती नहीं है. जानकारी के अनुसार तंग सड़कों और छोटे ग्राउन्ड में मैराथन का आयोजन किया गया था.


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कांग्रेस ने बताया साजिश

इस घटना को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन का बेतुका बयान भी सामने आया. उन्होंने कहा, जब वैष्णों देवी में भगदड़ मच सकती है, ये तो बच्चियां हैं. ये इंसानी फितरत होती है, लेकिन मैं मीडियाकर्मियो से माफी मांगती हूं, ये साजिश भी हो सकती है, कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह से इस तरह की साजिश हो सकती है.

वहीं यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया, “मैराथन में कुछ लड़कियां घायल हो गई हैं, और हम आगे के विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं.” सिंह ने आगे कहा कि, “यह बीजेपी सरकार द्वारा रची गई साजिश थी. स्थानीय जिला प्रशासन को पता था कि मैराथन हो रही है, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया. यह स्थिति स्थानीय प्रशासन की ओर से ढिलाई का नतीजा है.”

108 एंबुलेंस का किया गया इंतजाम 

फिलहाल इस घटना के बाद घायल छात्राओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. जानकारी के मुताबिक 108 एंबुलेंस के जरिए 3 छात्राओं को तुरंत अस्पताल भेजा गया. घटना के बाद शहर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुची. पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर ये भगदड़ कैसे हुई.

मैराथन में 10 हजार बच्चियां शामिल हुई थीं

प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं-लड़ सकती हूं’ मुहिम के तहत यह मैराथन आयोजित की गई थी. सुबह हजारों की संख्या में लड़कियां मैराथन में पहुंच गईं. मैराथन शुरू होते ही भगदड़ मच गई. आगे दौड़ रही कुछ बच्चियां धक्का लगने से गिर गईं. इसके बाद पीछे आ रही भीड़ उन पर गिर पड़ी. कई बच्चियां नीचे दब गईं. इसे देख आयोजकों के हाथ-पांव फूल गए. चीख-पुकार के बीच किसी तरह उन्होंने बच्चियों को बाहर निकाला. इसके बाद ज्यादातर बच्चियों के परिजन उन्हें घर ले गए.


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मेरठ में रैली के दौरान कंबल बांटने में मची भगदड़

इसी तरह की एक मैराथन 28 दिसंबर को राज्य की राजधानी लखनऊ में आयोजित की गई थी. यूपीसीसी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी सहित वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में महिलाओं ने पांच किलोमीटर लंबी मैराथन में भाग लिया. वहीं, आज मेरठ में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PSP) की रैली में भीड़ बेकाबू हो गई.

इस दौरान प्रसपा नेता अमित जानी की चुनावी रैली में कंबल बांटने का कार्यक्रम रखा गया था. जहां कंबलों की लूट शुरू होने से वहां भगदड़ मच गई. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इस कार्यक्रम में कई लोगों के दबकर घायल होने की खबर है. इसे देखते हुए पुलिस ने कार्यक्रम के संयोजक अमित जानी को हिरासत में ले लिया है.

लड़की हूं लड़ सकती हूं पर कांग्रेस का फोकस

हाल ही में प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं की हिस्सेदारी 40 फीसदी करने की घोषणा की थी. इसके अलावा लड़कियों को स्कूटी, मोबाइल समेत तमाम वादे किए हैं. खुद कांग्रेस महासचिव लगातार पूरे राज्य के सभी हिस्सों की महिलाओं तक सीधी पहुंच बनाने के लिए तमाम कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही हैं.


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