द लीडर : लखीमपुर में किसानों को कुचलकर मारने का आरोपी आशीष मिश्रा, जोकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा-टेनी का बेटा है. 12 घंटों की पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. और अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर घटना को सुनियोजित साजिश (pre-planned conspiracy) बताया है. इसके विरोध में मार्चा ने 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन का ऐलान कर दिया है. शनिवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में पत्रकारों को संबोधित करते हुए किसान नेता डॉ. दर्शनपाल सिंह ने कहा-ये हमला किसानों को आतंकित करने के लिए किया गया है. मोर्चा ने दशहरा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने की घोषणा भी की है. (Lakhimpur Violence Rail Roko)
स्वराज इंडिया के संयोजक और किसान मूवमेंट के नेता योगेंद्र यादव ने मांग रखी है कि, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को पद से हटाकर गिरफ्तार किया जाए. मंत्री ने ही साजिश की बुनियाद रखी.
लखीमपुर के तिकुनिया में यूपी के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विरोध में इकट्ठा हुए किसानों को गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने गाड़ियों से कुचल दिया था. जिसमें चार किसान और एक पत्रकार की मौत हो गई. हमलावर गाड़ी में सवार ड्राईवर समेत तीन बीजेपी कार्यकर्ता भी मारे गए थे.
सुप्रीमकोर्ट इस मामले का स्वत: संज्ञान लेकर सुनवाई कर रहा है. शुक्रवार को शीर्ष अदालत ने यूपी सरकार की स्टेट्स रिपोर्ट पर असंतुष्टि जाहिर की. और कड़ी फटकार भी लगाई. स्पष्ट कहा, क्या आरोपी सामान्य व्यक्ति होता तो भी पुलिस इसी तरह कार्रवाई करती? (Lakhimpur Violence Rail Roko)
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घटना पर कार्रवाई को लेकर सरकार, शासन और प्रशासन-सबकी भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं. चूंकि आरोपी गृह राज्यमंत्री का बेटा है. इसलिए पुलिस भी इस मामले में ढीली नजर आ रही है.
शनिवार को आशीष मिश्रा एसआइटी के सामने पेश हुआ है. ज
जहां से पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. किसान मोर्चा की एक प्रेस कांफ्रेंस हुई है. किसान नेता जोगेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने किसान आंदोलन को दबाने के लिए हिंसा का रास्ता अख्तियार किया है.
लखीमपुर घटना में अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा, उसके सहयोगी सुमित जायसवाल और अंकित दास समेत जिन भी आरोपियों के नाम सामने आए हैं. उन्हें फौरन गिरफ्तार किया जाए. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को हिंसा भड़काने, हत्या और साजिश के आरोप में गिरफ़्तार किया जाए. (Lakhimpur Violence Rail Roko)
लखीमपुर घटना को लेकर विपक्ष भी आक्रामक है. इसके बावजूद सरकार पर निश्चिंत है. कार्रवाई में सुस्ती इस बात का प्रमाण है. शुरुआत में जहां संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकेत के रुख थोड़ा लचीला देखने को मिला था.
जिस पर सवाल भी उठे. इसलिए अब संयुक्त किसान मोर्चा के सभी नेता एक साथ डटकर सामने आ गए हैं. और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफ के साथ गिरफ्तारी की मांग पर अड़ने लगे हैं. (Lakhimpur Violence Rail Roko)