कुवैत ने लगाई इजरायल से माल ढोने वाले जहाजों की एंट्री पर रोक

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कुवैती अख़बार अल अंबा के अनुसार कुवैती सरकार ने कुवैती जल क्षेत्र में इज़राइल से माल ले जाने वाले वाणिज्यिक जहाजों के प्रवेश पर रोक लगाने का हुक्मनामा जारी किया है। कुवैत का यह फैसला लोक निर्माण, संचार व सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ राणा अब्दुल्ला अल-फारेस ने 5 दिसंबर को जारी किया था। (Kuwait Bans Israel Ships)

आदेश में कहा गया है कि इज़राइल से माल ले जाने वाले जहाजों के लिए प्रवेश परमिट, चाहे माल इज़राइल ले जाया जा रहा हो या कुवैत के बाहर किसी अन्य देश में लाया जा रहा हो, इस खाड़ी देश में प्रवेश के लिए निषिद्ध है। नए फैसले में यह भी कहा गया है कि निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कुवैती के इस फैसले की हमास के प्रवक्ता हिशाम काशिम ने तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कुवैती हुक्मनामा कब्जेदार इज़राइल के खिलाफ उस अरब बहिष्कार की कड़ी है, जिसे अरब लीग ने 1950 के दशक से अपनाया हुआ था।

काशिम ने अन्य देशों से भी कुवैत की तरह इजरायल के साथ व्यापार और समुद्री यातायात को प्रतिबंधित या सीमित करने का आह्वान किया। (Kuwait Bans Israel Ships)

कुवैत इजरायल के साथ रिश्तों को सामान्य करने का सख्त विरोधी बतौर जाना जाता है। मई में कुवैती संसद ने अपने नागरिकों और प्रवासी निवासियों को इज़राइल से जुड़ी संस्थाओं या व्यक्तियों या इज़राइल में दिलचस्पी रखने वाले या समर्थन करने वाले व्यक्तियों के साथ लेन-देन को प्रतिबंधित करने वाला विधेयक पारित किया था।

उसी महीने, कुवैती सरकार ने कुवैत में चेक राजदूत मार्टिन ड्वोरक को गाजा पर हमला कर रहे इज़राइल के लिए ऑनलाइन समर्थन व्यक्त करने के लिए तलब किया गया, जिसके बाद ड्वोरक ने माफी मांगी।

फिलिस्तीनियों के साथ कुवैत की एकजुटता खाड़ी के अन्य प्रमुख देशों के उलट है। कुवैत के दो पड़ोसी देशों बहरीन और यूएई ने अगस्त 2020 में अमेरिका की मध्यस्थता में अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर करके इजरायल के साथ राजनयिक और व्यापारिक संबंध खोलना शुरू किए। अब इस समझौते के साथ कई देश जुड़ गए हैं, जो सीधे तौर पर नहीं भी जुड़े हैं, वे भी इस ओर कदम बढ़ाते दिखाई दे रहे हैं। (Kuwait Bans Israel Ships)

पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र में कुवैत के राजदूत ने फिलिस्तीनियों के हक में अपने देश की ओर से स्वतंत्र राज्य की स्थापना के उनके वैध अधिकार की हिमायत की। कुवैत ने इजरायली राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग द्वारा मूलत: फिलिस्तीन क्षेत्र में मौजूद हेब्रोन शहर में पूर्वजों के मकबरे की हाल की यात्रा की भी निंदा की, जिसे दुनिया भर में मुसलमानों की भावनाओं को भड़काने के रूप में देखा गया।


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