फिलिस्तीन-इजराइल में हवाई हमले, दंगे में सौ से ज्यादा मरे ,9000 की फौज जंग के मोर्चे पर

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द लीडर डेस्क।

1980 में गाज़ा में तैनात इजराइली गवर्नर यित्जाक सेजेव ने नरम पंथी फिलिस्तीनियों को कमजोर करने के लिए हमास नाम के जिस आक्रामक संगठन को खड़ा किया था, 33 साल बाद वही इजराइल के सामने दुश्मन बन कर खड़ा है। यरुशलम के एक क्षेत्र से 70 फिलिस्तीनियों को बेदखल करने के प्रयास के बाद अब युद्ध की नौबत आ गई है।
धमाकों के बीच चार खूनी रातें और दिन में भी शहर- शहर दंगे! अरब फिलिस्तीनियों और यहूदियों के बीच अब जमीनी जंग की तैयारी हैं। हमास के नियंत्रण वाले इलाके जीतने के लिए भारी तोपों और बख्तर बंद गाड़ियों के साथ इजरायली फौज मोर्चा ले रही है और उनकी एयर फोर्स भी सपोर्ट के लिए तैयार है। उधर हमास के लड़ाके भी कह रहे हैं कि अब इजराइली फौजियों को पकड़ कर बंदी बनाने का दौर शुरू होगा।
दुतरफा दावे जोड़कर देखें तो 110 से ज्यादा की जान जा चुकी है। इजराइल अपने सिर्फ सात लोगों के मरने की बात कह रहा है लेकिन वहां से मिल रही फौजियों के अंतिम संस्कार की तस्वीरें देख कर लगता है नुकसान काफी हो रहा है। गाजा समेत फिलिस्तीनी क्षेत्र में 100 से ज्यादा अरब मारे गए हैं जिनमें 28 बच्चे और 15 महिलाएं शामिल हैं।
इजराइल ने कहा है कि हमास शासित क्षेत्र में संभावित जमीनी आक्रमण के लिए 9,000 सैनिकों को तैयार रहने को कहा है।
इजराइल में चौथी रात भी साम्प्रदायिक हिंसा होने के बाद लड़ाई और तेज हो गई। यहूदी और अरब समूहों में लॉड शहर में झड़पें हुई। पुलिस की मौजूदगी बढ़ाने के आदेश देने के बावजूद झड़पें हुईं। शहर में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। इस लड़ाई ने इजराइल में दशकों बाद भयावह यहूदी-अरब हिंसा को जन्म दिया है। मोब लिंचिंग के वीडियो सामने आ रहे हैं। दोपहर का समय है इजराइली नागरिक एक अरब को तब तक पीटते हैं जब तक वह बेदम नहीं हो जाता। ऐसे ही इजराइलियों पर संगमारी की तवीरें आ रही हैं। खुद इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और फिलिस्तीनी नेता ऐसा न करने की अपील कर रहे हैं लेकिन हिंसा जारी है। लेबनान से देर रात रॉकेट दागे गए जिससे इजराइल की उत्तरी सीमा पर एक तीसरे पक्ष के शामिल होने का खतरा पैदा हो गया है।
इजराएल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने बृहस्पतिवार देर रात अतिरिक्त नौ हजार सैनिकों को गाजा सीमा पर भेजने का आदेश दिया।सेना के मुख्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल हिदाई जिल्बरमैन ने कहा कि संभावित जमीनी आक्रमण के लिए गाजा सीमा पर सैनिक एकत्रित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि टैंक, बख्तरबंद वाहनों और तोपों को तैयार किया जा रहा है। हमास ने भी पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिया है। उसने दिन भर कई रॉकेट दागे।
हमास ने कहा कि उसने गाजा से सबसे शक्तिशाली रॉकेट अयाश दागे। उसने एक ड्रोन भी छोड़ा जिसे इजराइल ने फौरन मार गिराया। हमास के सैन्य प्रवक्ता अबू उबेदा ने कहा कि उनका समूह जमीनी आक्रमण से डरा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी आक्रमण से सैनिकों को मारने या बंधक बनाने की आशंका बढ़ेगी।

हमास ने ठुकराया प्रस्ताव

हमास के एक वरिष्ठ निर्वासित नेता सालेह अरुरी ने लंदन स्थित एक चैनल को शुक्रवार को बताया कि उनके समूह ने पूर्ण संघर्ष विराम के लिए और बातचीत करने देने के लिए तीन घंटे के विराम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि मिस्र, कतर और संयुक्त राष्ट्र संघर्ष विराम प्रयासों की अगुवाई कर रहे हैं। इजराइली सेना ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में हवाई और जमीनी हमले हो रहे हैं। गाजा सिटी के बाहरी इलाकों में विस्फोटों से आसमान में धुएं का गुबार बन गया। हमले इतने भयावह थे कि कई किलोमीटर दूर शहर में लोगों की चीखें सुनी गई।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, ”मैंने कहा था कि हमास से बहुत भारी कीमत वसूल करेंगे। हम यही कर रहे हैं और भारी बल के साथ यही करते रहेंगे।”

ऐसे शुरू हुई लड़ाई

यह लड़ाई सोमवार को शुरू हुई जब यरुशलम को बचाने का दावा करने वाले हमास ने लंबी दूरी के रॉकेट दागने शुरू किए। इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कई हवाई हमले किए। तब से इजराइल ने गाजा में सैकड़ों ठिकानों को निशाना बनाया है। हमास ने इजराइल में करीब 2,000 रॉकेट दागे जिससे देश के दक्षिण क्षेत्र में जनजीवन ठप हो गया। तेल अवीव शहर को निशाना बनाते हुए भी कई रॉकेट दागे गए। वहां उडानें बंद हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमलों में करीब 100 फलस्तीनी मारे गए हैं जबकि 621 लोग घायल हो गए। हमास और इस्लामिक जिहाद समूह ने 20 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इजराइल ने कहा कि संख्या इससे कहीं अधिक है। इजराइल में सात लोगों की मौत हो गई जिनमें छह साल का लड़का शामिल है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने लड़ाई खत्म करने को लेकर नेतन्याहू से बात की है लेकिन साथ ही इजराइली नेता का समर्थन भी किया।

मिस्र की पहल

गुरुवार को मिस्र के अधिकारी संघर्ष विराम के लिए पहुंचे। मिस्र अकसर इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थ का काम करता है और पिछली कई लड़ाइयों को खत्म करने में उसकी अहम भूमिका रही है। अधिकारियों ने सबसे पहले गाजा में हमास के नेताओं से बात की और उसके बाद तेल अवीव में इजराइली नेताओं से बातचीत की। मिस्र के दो खुफिया अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हमास के निर्वासित नेता इस्माइल हानियेह ने कहा कि वह मिस्र के अधिकारियों के संपर्क में हैं।

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