सपा MLC पुष्पराज जैन उर्फ पंपी के घर आयकर विभाग का छापा : जानिए पीयूष जैन से संबंध

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द लीडर। जैसे-जैसे यूपी में चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे-वैसे आयकर विभाग की टीमें एक्टिव होती जा रही हैं. नेताओं के वहां छापे पर छापे मारे रहे है. पीयूष जैन के बाद आयकर विभाग ने सपा एमएलसी पुष्पराज जैन के घर पर छापा मारा है. पीयूष जैन की तरह ही पुष्पराज जैन भी एक बड़े इत्र कारोबारी हैं। इनका 12 से भी ज्यादा देशों में इत्र का कारोबार फैला हुआ है. एक तरफ जहां सभी दलों के नेता चुनावी रैलियों को संबोधित कर जनता को लुभाने में लगे हैं तो वहीं आयकर विभाग सपा नेताओं के घर छापेमारी कर खजाना बरामद कर रहा है. इसे लेकर यूपी में सियासत गरमा गई है। कन्नौज में समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी के घर पर रेड हुई है.

पुष्पराज जैन पम्पी एक मशहूर इत्र कारोबारी हैं और इन्होंने ही समाजवादी इत्र लॉन्च किया था. जिसे लेकर पिछले दिनों यूपी में जमकर सियासी वार-पलटवारों और बयानबाजियों में इस्तेमाल किया गया था. पम्मी के कन्नौज स्थित घर के अलावा नोएडा समेत यूपी के पचास ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम छापेमारी हुई है. वहीं इस कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से भी निशाना साधा गया है. समाजवादी पार्टी की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि, ये बीजेपी की बौखलाहट और डर को दिखा रहा है. आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं पुष्पराज जैन पम्पी.

कौन है पुष्पराज जैन?

पुष्पराज जैन पम्पी समाजवादी पार्टी के MLC हैं और हाल ही में उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए समाजवादी इत्र के नाम से परफ्यूम रेंज को लॉन्च किया था. खुद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस इत्र की लॉन्चिंग की थी. पम्पी को साल 2016 में इटावा-फर्रूखाबाद से समाजवादी पार्टी के MLC के तौर पर चुना गया था. वो एक जाने माने इत्र व्यापारी हैं और पुष्पराज प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के को ऑनर भी हैं.

सालों पुराना है इत्र का व्यापार

पुष्पराज जैन पम्पी का परिवार इत्र कारोबार से लंबे वक्त से जुड़ा हुआ है. इस कारोबार को साल 1950 में उनके पिता सवैल लाल जैन ने शुरू किया था और अब वो संभाल रहे हैं. इससे पहले कन्नौज में कारोबारी पीयूष जैन पर पड़े छापों के बाद भी पम्पी जैन का नाम भी खूब चर्चाओं में आया था. बीजेपी ने उन्हें पीयूष जैन से जोड़कर समाजवादी पार्टी पर तीखा निशाना साधा था. हालांकि अब इनकम टैक्स की टीम पम्पी के घर भी छापेमारी कर रही है. पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुना गया था. वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं. पुष्पराज और उनके तीन भाई कन्नौज में व्यवसाय चलाते हैं और एक ही घर में रहते हैं. एमएलसी पुष्पराज का मुंबई में एक घर और एक कार्यालय है, जहां से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात का सौदा होता है. उनके तीन भाइयों में से दो मुंबई ऑफिस में काम करते हैं जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप पर काम करता है.


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पुष्पराज ने कहां तक की पढ़ाई और कितनी है संपत्ति

2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उन्होंने कन्नौज के स्वरूप नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज में कक्षा 12 तक पढ़ाई की है. मार्च 2022 मैं उनके एमएलसी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. फिलहाल आयकर विभाग के छापे पड़ने से कई सवाल उठ रहे हैं. पीयूष जैन पर जब छापेमारी हुई थी तब पुष्पराज ने कहा था कि, मेरा पीयूष जैन से कोई लेना-देना नहीं है. आम बात यह है कि, पीयूष जैन मेरे जैसे ही समुदाय से हैं. अगर उसके खिलाफ छापेमारी की गई है तो वह खुद इससे निपटेगा.

पुष्पराज का पीयूष जैन से क्या कोई संबंध है?

पुष्पराज जैन कन्नौज के मशहूर इत्र व्यापारी हैं. पीयूष जैन पर जब छापेमारी जारी थी, तब कई समानताओं की वजह से इनका नाम भी सुर्खियों में था. दरअसल, जहां पीयूष जैन का कन्नौज में घर है, वहीं पर पुष्पराज जैन का भी घर है. दोनों में समानताएं इतनी हैं कि, नाम के पहले अक्षर (अंग्रेजी लेटर पी), सरनेम (जैन) से लेकर कारोबार (इत्र) और गली तक सेम हैं. यही वजह है कि, जब पीयूष जैन पर छापा पड़ा तो इनका भी नाम यूपी की सियासी हवाओं में चलने लगा. हालांकि, यह स्पष्ट है कि, पुष्पराज जैन का संबंध पूरी तरह से समाजवादी पार्टी से है. समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन ने ही समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था.

पुष्पराज, पीयूष जैन, सपा का क्या कनेक्शन?

शुक्रवार को आईटी अधिकारियों के हाथ अखिलेश यादव के लिए समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले और समाजवादी पार्टी के एमएलसी कन्नौज के इत्र व्यापारी पुष्पराज जैन तक पहुंचे. इसके साथ ही एक और इत्र व्यापारी मोहम्मद याकूब का घर और फैक्ट्री भी खंगाली जा रही है. पुष्पराज और समाजवादी पार्टी ने दावा किया था कि, उनका पीयूष जैन से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन अंदरखाने पीयूष की पुष्पराज से नजदीकियां बताई जाती हैं. सुबह सात बजे से कन्नौज, कानपुर, दिल्ली, लखनऊ में एक बाद एक छापेमारी का सिलिसिला चालू हुआ. निशाने पर कन्नौज के रडार पर आए इत्र व्यापारी थे. पीयूष जैन के घर से करीब 200 करोड़ से ज्यादा कैश और 23 किलो सोना निकालने के बाद जांच अधिकारी पिछले तीन चार दिनों से इस ऑपरेशन की तैयारी में थे. कागजी तैयारियों पूर कर लेने के बाद शुक्रवार सुबह कन्नौज के इत्र व्यापारी पुष्पराज जैन और मोहम्मद याकूब और अयूब पर एक के बाद एक छापेमारी का सिलसिला शुरू हुआ.

कन्नौज चर्चाओं में… अखिलेश बोले- भाजपा को हार का डर

अखिलेश यादव ने 9 नवंबर को समाजवादी इत्र लांच किया था. पम्पी जैन जो वर्तमान में सपा MLC हैं, उन्होंने इत्र तैयार कराया था. बड़ी बात ये है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज कन्नौज में पार्टी ऑफिस में दोपहर 12.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे. बता दें कि, यूपी का कन्नौज हाल में काफी चर्चा में है. इससे पहले कन्नौज के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के घरों से 196 करोड़ से ज्यादा की नकदी बरामद हुई है. 196 करोड़ का बड़ा हिस्सा 500 के नोटों का था. उसके बाद 2 हजार के नोट. इसमें दिलचस्प बात ये सामने आ रही है कि पीयूष जैन को इस बात की आशंका थी कि भविष्य में 2 हजार रुपये के नोट बंद हो जाएंगे. इसलिए उसने ज्यादातर नोट 500 रुपये के रखे थे. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी ने ट्विटर पर लिखा, ‘आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के कन्नौज में प्रेसवार्ता की घोषणा करते ही भाजपा सरकार ने सपा एमएलसी पम्पी जैन के यहां छापामार कार्यवाही करनी शुरू कर दी. भाजपा का डर और बौखलाहट साफ है. जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है.’


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