रमजान में बिना मंजूरी उमरा करने पर 10 हजार रियाल का जुर्माना, सख्ती को सऊदी सरकार ने उठाए यह कदम

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सऊदी सरकार ने उन लोगों पर 10,000 रियाल का जुर्माना लगाने का फैसला किया है जो रमजान के दौरान बिना अनुमति के उमरा करने पहुंच जाते हैं। अरब मीडिया के अनुसार, ऐसे लोगों पर 10 हजार रियाल का जुर्माना लगेगा। सऊदी सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई दूसरे कदम भी उठाए हैं, जिससे रमजान में आस्थावानों को कई खास जगह पहुंचने का मौका शायद ही मिल सके।

अरबी मीडिया के मुताबिक सऊदी हज व उमरा मंत्रालय ने तय किया है कि सरकार केवल उन्हीं लोगों को अनुमति देगी, जिन्हें रमजान के दौरान उमरा करने के लिए कोरोना वैक्सीन का टीका लगा दिया गया हो। यहां के गृह मंत्रालय के दिशानिर्देश में न केवल उमरा, बल्कि रमजान के दौरान हरम शरीफ में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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मस्जिद अल हरम और मस्जिद अल-नबावी में नमाज़ अदा करने के लिए भी परमीशन जरूरी होगी। मस्जिद अल हरम और मस्जिद अल-नबावी में नमाज पढ़ने को कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लगी होना अनिवार्य होंगी। गाइडलाइन न मानकर किसी तरह की अराजकता फैलाने वालों पर एक हजार रियाल का जुर्माना लगेगा।

सऊदी अरब के गृह मंत्रालय के अनुसार, सऊदी मंत्रालयों ने रमजान के दौरान ज्यादा भीड़ से कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए हैं और उन्हें लागू करने के लिए सख्ती की जाएगी। गाइडलाइन में किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त किया जाएगा।

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सऊदी गृह मंत्रालय ने दूसरे देश से आने वाले मुसलमानों से अपील की है कि जो लोग उमरा करना चाहते हैं या नमाज़ के लिए ग्रैंड मस्जिद जाना चाहते हैं उन्हें परमिट लेना होगा। इस दौरान हरम शरीफ के रास्ते पर चौकियों पर सुरक्षाकर्मी करेंगे इस परमिट की जांच करेंगे और उल्लंघन करने वालों को हरम शरीफ जाने से रोक दिया जाएगा।

हज व उमरा मंत्रालय ने कहा है कि जिन लोगों को कोरोनो वायरस वैक्सीन मिला है, उन्हें एत्मार्ना ऐप से परमिट हासिल करना होगा। इसके अलावा उमरा करने वाले को टीका लगने के बाद 14 दिन की अवधि पूरी करनी होगी।

पैगंबर मुहम्मद की कब्र पर जाने के साथ ही नमाज को केवल उन लोगों को ही मंजूरी मिलेगी, जिनके कोरोना वायरस का टीका लगा है।

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मकाम-एइब्राहिम पर जाना भी बैन

मक्का स्थित मक़ाम-ए-इब्राहीम पर जाना भी रमजान में जाना प्रतिबंधित रहेगा। मक़ाम-ए-इब्राहिम मस्जिद अल-हरम में काबा के पास मौजूद एक चौकोर वर्गाकार छोटा सा पत्थर है, जिस पर हजरत इब्राहिम के पैरों के निशान हैं। इस जगह को अब्राहम स्टेशन या पड़ाव के तौर पर भी जाना जाता है।

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सऊदी सरकार ने सार्वजनिक समारोहों के तहत सहरी, इफ्तार, एतिकाफ समेत कई चीजों पर भी प्रतिबंध लगाया है।

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