लखनऊ | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई (CBSE) के बाद अब ICSE बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है. काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (ICSE) बोर्ड ने यह जानकारी दी.
परीक्षाएं रद्द करने के बाद अंक देने के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया पर जल्द फैसला होगा. हालांकि अगर कोई छात्र रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होता है तो उसे बाद में परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा.
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मालूम हो कि इससे कुछ देर पहले ही पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया था. मालूम हो कि CISCE इससे पहले 10वीं की परीक्षा भी रद्द कर चुका है. 10वीं के छात्रों का रिजल्ट इंटरनल असेसमेंट के आधार पर जारी किया जाएगा.
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा, ’12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है. कोविड-19 ने शैक्षणिक कैलेंडर को बुरी तरह प्रभावित किया है.
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Government of India has decided to cancel the Class XII CBSE Board Exams. After extensive consultations, we have taken a decision that is student-friendly, one that safeguards the health as well as future of our youth. https://t.co/vzl6ahY1O2
— Narendra Modi (@narendramodi) June 1, 2021
बोर्ड परीक्षाओं के मुद्दे की वजह से छात्र, पेरेंट्स और टीचरों को काफी तनाव का सामना करना पड़ा है जिसका खत्म होना जरूरी है. ‘प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है.’
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उधर, प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट करके भी 12वीं की परीक्षा रद्द करने की जानकारी दी. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारत सरकार ने बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि 14 अप्रैल को सरकार ने सीबीएसई की 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान किया था. साथ ही 12वीं क्लास के एग्जाम टालने पर मुहर लगाई थी.
तभी से अनिश्चितता के बादल छाए हुए थे, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बाद और बच्चों के लिए अभी तक कोरोना का टीका न तैयार हो पाने को देखते हुए चौतरफा मांग उठ रह थी कि 12वीं सीबीएसई की परीक्षाएं भी रद्द की जाएं. सुप्रीम कोर्ट में भी परीक्षाओं को रद्द करने के लिए याचिका दायर की थी और इस पर 3 जून को आगे सुनवाई होनी थी.
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
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