देवभूमि में आफत की बारिश, बदरीनाथ-केदारनाथ समेत कई सड़कें बंद

0
347

द लीडर हिंदी, देहरादून। देश के कई इलाकों में हो रही बारिश कहीं राहत तो कहीं आफत बनकर बरस रही है. पहाड़ों पर भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. उत्तराखंड में जगह-जगह बारिश से भूस्खलन हो रहा है.

यह भी पढ़ें: इन मुद्दों पर घिरी सरकार, राहुल गांधी बोले- ये सरकार विपक्ष को बदनाम कर रही

बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे कई जगह बंद

बता दें भारी बारिश से बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में कल देर रात से बन्द है. इसके साथ ही हाईवे पर पहाड़ी से पत्थर बरस रहे हैं. देर रात से बद्रीनाथ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी है. वहीं केदारनाथ हाईवे भी पांच जगहों पर मलबा आने से बंद है.

बद्रीनाथ हाईवे की जगह-जगह दरक रही पहाड़ियां

चमोली, रुद्रप्रयाग समेत कई पर्वतीय जिलों में आफत की बारिश जमकर बरस रही है. बारिश से आम जन जीवन प्रभावित हो गया है. बारिश से बद्रीनाथ हाईवे की पहाड़ियां जगह-जगह दरक रही हैं. सिरोबगड़ डेंजर जोन पर मलबा और बोल्डरों की बरसात हो रही है. यहां पर बारिश की तरह बोल्डर गिर रहे हैं.

यह भी पढ़ें:  कोरोना के साथ अब नोरोवायरस का खतरा, ब्रिटेन में तेजी से बढ़ रहे मामले

हाईवे खोलने में जुटा प्रशासन

बोल्डरों की बरसात ऐसी हो रही है कि, हाईवे को खोलने का समय भी नहीं मिल पा रहा है. दोनों ओर से दो-दो जेसीबी मशीन लगी हैं, लेकिन हाईवे को खोलने में दिक्कतें हो रही हैं. दोनों तरफ से वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है.

भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित 

बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ के अलावा शिवनन्दी एवं घोलतीर सहित तीन स्थानों पर भारी मलबा आने से बंद है. केदारनाथ हाईवे भटवाड़ी सैण, सौडी, बांसवाड़ा, रामपुर और सोनप्रयाग सहित 5 स्थानों में मलबा और बोल्डर आने से बंद चल रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है. ग्रामीण लिंक मार्ग भी जगह-जगह बंद हो गए हैं. राजमार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है.

यह भी पढ़ें:  यूपी के चुनाव में भाजपा सांसदों को विशेष जिम्मेदारी, दिल्ली में आज से दो दिन विशेष मंथन

कैंपटी फॉल का बढ़ा जलस्तर

वहीं पर्यटक स्थल मसूरी में भी भारी बारिश से कैंपटी फॉल का जलस्तर बढ़ गया है. कुछ दिन पहले यहां पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ था. फिलहाल प्रशासन ने लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है.

यह भी पढ़ें:  फिर बढ़े केस: देश में 24 घंटे में 43,654 नए मामले, 640 ने तोड़ा दम

इन तस्वीरों ने ताजा की 2013 की भयावह यादें

बता दें कि, पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से जो तस्वीरें आईं उसने 2013 में केदारनाथ में हुई तबाही की यादें फिर से ताजा कर दी है. 2013 में केदारनाथ में आई वो तबाही में सैकड़ों लोगों की जान चली गई. हजारों लोग घायल हुए. जिनमें से कुछ का तो आज तक पता नहीं चला.

चमोली जिले में भी कुदरत ने बरपाया था कहर

वहीं इसी साल फरवरी महीने में चमोली में कुदरत ने अपना विकराल रूप दिखाया था. जहां ग्लेशियर टूटने से तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया था. इस हादसे ने भी बड़ी तबाही मचाई थी. करोड़ों का नुकसान हुआ था, कइयों की जान गई थी. अब बीते कुछ दिनों से पहाड़ों से आ रही तस्वीरें कुछ वैसे ही मंजर का डर दिल में पैदा कर रही हैं.

यह भी पढ़ें:  UP : बाराबंकी में बड़ा हादसा, ट्रक ने डबल डेकर बस में टक्कर मारी, 18 की मौत

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here