द लीडर हिंदी, नई दिल्ली | देश और दुनिया में अभी कोरोना का कहर पूरी तरह से संभल नहीं पाया था कि अब एक नई मुसीबत ने जन्म लेलिया है। एक नया वायरस दुनिया में बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है।
भारत जैसा देश जो अभी थोड़े समय पहले ही कोरोना की दूसरी लहर की मार झेला हुआ है और तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियों में जुटा हुआ है, ऐसे देश के लिए इस नए वायरस के फैलने की खबर काफी चिंताजनक है।
इस वायरस को नोरोवायरस कहा जा रहा है। अब तक इस वायरस के 154 से ज्यादा मामले केवल इंग्लैंड में ही देखने को मिले हैं। मालूम हो कि कोरोना भी महज बहुत थोड़े लोगों से फैलना शुरू हुआ था और अब तक कोरोना की वजह से दुनियाभर में लाखों लोगों की जान जा चुकी है।
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क्या है नोरोवायरस
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नोरोवायरस और इम्यूनिटी
कैसे फैलता है नोरोवायरस
- नोरोवायरस का खतरा उन लोगों को अधिक रहता है, जो लोग दूषित भोजन या पानी का सेवन करते हैं।
- अगर कोई व्यक्ति किसी गंदी जगह या चीज को छूता है और फिर हाथ धोए बिना ही अपने मुंह या नाक पर हाथ लगा देता है।
- अगर कोई व्यक्ति पहले से ही नोरोवायरस से संक्रमित हो तो उसके संपर्क में आने से भी यह वायरस आपको गिरफ्त में ले सकता है।
- यह वायरस उसी तरह आपके शरीर में प्रवेश करता है जिस तरह दूसरे वायरस करते हैं।
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नोरोवायरस से कैसे करें बचाव
- अगर आप नोरोवायरस से पूरी तरह बचे रहना चाहते हैं, तो हाइजीन का पूरा ध्यान रखें।
- किसी भी तरह का दूषित भोजन या पानी ना पिएं।
- जब भी शौच जाएं तो हाथों को नियमित तौर पर साबुन से धोएं।
- खाना खाने से पहले और बाद में, एवं बच्चों के डायपर को बदलते समय और बाद में भी हाथों को जरूर धोएं।
- यह वायरस भी आपके नाक और मुंह के जरिए ही प्रवेश कर सकता है। इसलिए किसी भी संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें।
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नोरोवायरस का इलाज
नोरोवायरस को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस के उपचार हेतु किसी भी तरह की दवा या वैक्सीन मौजूद नहीं है। ऐसे में संक्रमण के दौरान दस्त या उल्टी लगने की वजह से शरीर में लिक्विड की कमी हो जाती है। इस स्थिति में लिक्विड डाइट ली जा सकती है, ताकि लिक्विड की कमी की भरपाई हो सके।
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