कई धमकियों की सूचना मिलने के बाद मस्जिद अल हरम के इमामों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मई महीने में इमाम पर हमले की घटना और हज के दौरान हमले हाेने की आशंकाओं के बीच यह कदम उठाया गया है।
हाल के दिनों में मस्जिद अल हरम के इमामों को धमकियों की सूचनाएं मिलने के बाद इमाम को कई सुरक्षा गार्डों के साथ मजिस्द एरिया में चहलकदमी करते एक वीडियो में दिखाया गया है, यह वीडियो फेसबुक पर अपलोड किया गया है।
सऊदी मीडिया के मुताबिक, हज यात्रा के दौरान ग्रैंड मस्जिद में हमले होने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। यही वजह है कि सऊदी अरब सरकार सिर्फ कोरोना वायरस महामारी ही नहीं, बल्कि हमलों से बचाव के लिए कड़े एहतियाती बंदोबस्त करने में काफी समय से जुटी है।
महिला मिलिट्री से लेकर हर मामले में सख्त गाइडलाइन लागू की जा रही है। सरकार का मानना है कि हमलावर हज यात्रियों में दहशत फैलाकर इस्लाम को कमजोर करना चाहते हैं, जो किसी सूरत में होने नहीं दिया जाएगा। इसी वजह से काबा समेत सभी प्रमुख धर्मस्थलों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। काबा का किस्वा मिसाइल तक की क्षमता के हमलों को रोकने के लिए तैयार किया गया है।
इसी साल मई में हजयात्रियों द्वारा पहना जाने वाला पारंपरिक सफेद कपड़ा एहराम पहने एक हथियारबंद शख्स ने ग्रैंड मस्जिद में एक इमाम पर हमला करने की कोशिश की, जब वह जुमा का खुतबा यानी उपदेश दे रहे थे। गनीमत रही कि एक सुरक्षा गार्ड ने फुर्ती से हमलावर को दबोच लिया। अरबी खबरों के अनुसार, पुलिस ने खुलासा किया कि हमलावर खुद को इमाम मेहदी होने का दावा करता है।
इससे पहले भी ग्रैंड मस्जिद में कई हमले हुए हैं, जिनमें से कुछ में इमामों को निशाना बनाया गया। बहरहाल, सऊदी प्रशासन ने हज सुरक्षा योजना को लागू कर दिया है, जिससे जरिए उल्लंघन करने वालों या हमलावरों से निपटा जाएगा।
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