महामारी से बचाव को सऊदी अरब किसी भी तरह की नरमी बरतना नहीं चाहता। स्पष्ट किया गया है कि हज हर स्वस्थ मुसलमान का फर्ज़ है। सीमित दायरे में हज के बावजूद कुछ नियम-कायदे ऐसे तय कर दिए गए हैं कि हज यात्रियों चूकना नहीं है। मसलन, इस बार काबा या ब्लैक स्टोन को भी छूने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सऊदी अरस की सरकार ने महामारी से बचाव को बनाए नियमों को लागू करने के लिए एक बार ठोस तरीके बताया गया है। सऊदी मीडिया में इन नियमों को बिंदुवार बताया गया है जिससे कार्रवाई और सजा से लोग बचें। एक दूसरे से गले मिलना या एक जगह पर ज्यादा लोगों के होने पर तो सामान्य सख्ती रहेगी ही, इसके अलावा क्या तय हुआ है, उसे स्पष्ट किया गया है।
यहां बता दें, सख्त नियमों का उल्लंघन कर हज करने पहुंचे 52 लोगों को सऊदी अरब सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी पर 10-10 हजार रियाल का जुर्माना ठोंक गया है। हज सुरक्षा बल कमान के प्रवक्ता, ब्रिगेडियर-जनरल सामी अल-शुवायरेख ने नागरिकों और सल्तनत के रहने वालों से इस साल सभी निर्देशों का पालन करने की अपील की, जिससे कार्रवाई की चपेट में आने से बच सकें।
नियम-कायदे
1- 12 जिलहिज्जा तक पवित्र स्थलों पर बिना मंजूरी प्रवेश बंद रहेगा
2- संदिग्ध लक्षणों वाले तीर्थयात्री अलग रहेंगे
3- वालंटियर या मजदूरों को कोई लक्षण दिखने पर काम करने से मना कर दिया जाएगा
4- हर कर्मचारी और तीर्थयात्री के लिए मास्क अनिवार्य
5- हर कोई 1.5 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखेगा
6- वस्तुओं या उपकरणों को साझा करना प्रतिबंधित रहेगा
7- सामूहिक इबादत केवल मास्क और शारीरिक दूरी बनाकर ही हाेगी
8- ब्लैकस्टोन या काबा को छूने पर बैन रहेगा
9- तवाफ के दौरान भी शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा
10- कंकड़ से पत्थर तक पहले से पैक किया जाएगा।
11- मुजदलीफा और अराफात का खाना भी पहले से पैक होगा