शरीयत के खिलाफ है क्रिप्टो करेंसी: इंडोनेशिया के उलेमा

0
382

इंडोनेशिया के इस्लामी संगठन नहदलातुल उलमा ने देश में क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ “फतवा” जारी कर इस्लामी कानून के तहत प्रतिबंधित घोषित कर दिया है। (Cryptocurrency Is Against Shariat)

इंडोनेशियाई उलेमा इस मामले पर चर्चा के बाद इस फैसले पर पहुंचे कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल शरिया कानून के तहत नाजायज है। इस मसले पर चर्चा तब शुरु हुई जब इंडोनेशियाई लोगों ने डिजिटल मुद्रा में खासी दिलचस्पी दिखाना शुरू की और कुछ रिपोर्टों में दावा किया किया गया कि देश क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध नहीं लगाएगा, बल्कि सिर्फ इतना सुनिश्चित करेगा कि यह करेंसी अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल न हो।

इंडोनेशिया के व्यापार मंत्री मुहम्मद लुथफी ने जोर देकर कहा था कि सरकार क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित नहीं करेगी, लेकिन नियमों को सख्त किया जाएगा। (Cryptocurrency Is Against Shariat)

रिपोर्टों में कहा गया है कि बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम को इंडोनेशिया में संपत्ति माना जाता है, जिसका कारोबार तो किया जा सकता है, लेकिन भुगतान के साधन के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

बहरहाल, देश में घरेलू एक्सचेंजों में क्रिप्टो करेंसी में उछाल देखा गया है, जिसमें लाखों नागरिक क्रिप्टो करेंसी से जुड़े व्यापार में शामिल हैं।

पिछले महीने बिटकॉइन फ्यूचर्स एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लांच किया गया था, क्योंकि इसका मूल्य 66 हजार डॉलर से ऊपर पहुंच गया था। डिजिटल मुद्रा में पिछले महीने 50 प्रतिशत और पिछले वर्ष की तुलना में 450 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।

मई में चीन द्वारा ट्रेडिंग और क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग पर नकेल कसने के बाद मुद्रा में भारी गिरावट आई थी। जबकि, अल सल्वाडोर ने सितंबर में इसे कानूनी घोषित कर दिया। (Cryptocurrency Is Against Shariat)

अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने पहले क्रिप्टो करेंसी के उदय पर चिंता व्यक्त की थी लेकिन अब रुख एक हद तक नरम दिखाई दे रहा है। यहां तक कि एक कॉलेज ने कुछ कोर्सों की फीस भुगतान के लिए क्रिप्टो करेंसी को छूट दे दी है। इससे पहले अमेरिकी प्रशासन ने कहा था कि यह करेंगी वास्तविक मुद्रा की प्रभावशीलता को कमजोर कर सकती है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने कहा था कि क्रिप्टो करेंसी “नई भुगतान प्रणालियों से बढ़ते जोखिम, डिजिटल संपत्ति के बढ़ते उपयोग और साइबर अपराधियों सहित नई चुनौतियों को पेश करेगी। (Cryptocurrency Is Against Shariat)

क्रिप्टो करेंसी को लेकर अभी स्पष्ट नीति किसी भी देश में नहीं है, लेकिन इसका कारोबार बेहद तेजी से बढ़ा है। भारत में नोटबंदी के बाद यह कारोबार बहुत तेजी से फला-फूला है। अभी चर्चा यह भी है कि संभवत: भारतीय रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी लांच करने पर विचार कर रही है।


यह भी पढ़ें: सुकर्णो की बेटी सुकमावती ने इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपनाया


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here