लखनऊ। चित्रकूट की जिला जेल में शुक्रवार को गैंगवार में दर्जनों राउंड फायरिंग की गूंज लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रकार की घटना पर बेहद नाराजगी जताने के साथ ही सिर्फ छह घंटे के अंदर ही इस मामले की रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के महानिदेशक जेल आनंद कुमार ने इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। इसके साथ ही डीजी जेल को निर्देशित किया कि मंडलायुक्त चित्रकूटधाम मंडल डीके सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट धाम के. सत्यनारायण और डीआइजी जेल, मुख्यालय लखनऊ संजीव त्रिपाठी की टीम इस प्रकरण की जांच करे। इतना ही नहीं इस जांच समिति से सिर्फ छह घंटे में ही जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
चित्रकूट जिला जेल में शुक्रवार को दिन में करीब दस बजे गैंगस्टर सीतापुर के अंशु दीक्षित के साथ मुकीम काला और उसके साथी मेराजु्द्दीन उर्फ मेराज अली के बीच हुई झड़प मारपीट के बाद गोलीबारी में बदल गई। इस दौरान अंशु दीक्षित ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर मुकीम काला और मेराजु्द्दीन उर्फ मेराज अली को मौत के घाट उतार दिया। जेल में फायरिंग की जानकारी के बाद पुलिस ने अंशु दीक्षित को चारों तरफ से घेर लिया तो उसने अन्य कैदियों को अपनी ढाल बनाना चाहा। इसी बीच पुलिस ने उसके ऊपर शिकंजा कस दिया।उसने जब पुलिस पर फायर कर दी तो पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में उसको ढेर कर दिया। अंशु दीक्षित का प्रदेश में काफी आतंक था। लम्बे समय से चित्रकूट जेल में बंद अंशु दीक्षित ने एसटीएफ से भी कई बार लोहा लिया था। पुलिस की गिरफ्त से भागने के बाद फिर एसटीएफ से भी उसको गिरफ्तार किया।
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