Chardham Yatra: कल से शुरू होगी चारधाम यात्रा, कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन ?

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द लीडर हिंदी, देहरादून। चारधाम यात्रा को लेकर इजाजत मिलने के बाद अब यात्रा की तैयारियों जोरों शोरों से की जा रही है. बता दें कि, अब सभी श्रद्धालु नियमानुसार चारधाम की यात्रा कर सकेंगे. इसके साथ ही चारधाम यात्रा फिर से शुरू होने को लेकर साधु संतों समेत श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और पर्यटन मंत्री का दावा है कि, शनिवार से यात्रा शुरू होने को लेकर तैयारियां कर ली गई हैं और कोरोना प्रोटोकॉल के तहत लोगों को दर्शन करवाए जाएंगे. लेकिन इस बार कुछ प्रतिबंध रहेंगे.


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चारधाम यात्रा के लिए ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर दिन बद्रीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800 और यमुनोत्री में 400 लोग ही दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए पहले रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा. रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रियों को https://badrinath-kedarnath.gov.in पर लॉगइन करना होगा. रजिस्ट्रेशन के लिए कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज के सर्टिफिकेट या फिर कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य होगा.

नहीं कर सकेंगे स्नान

हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, कोरोना के संक्रमण को देखते हुए किसी भी कुंड में श्रद्धालुओं का स्नान करना मुश्किल होगा. जानकारी के अनुसार दर्शनों की व्यवस्‍था का पूरा काम देवस्‍थानम बोर्ड देखेगा. हालांकि इसको लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं. गंगोत्री से पूर्व विधायक विजय पाल सजवान ने कहा कि बोर्ड हमेशा गाइडलाइंस में उलझा देता है, इसलिए यात्रा से संबंधित काम जिलाधिकारियों को सौंपा जाए.


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कोरोना का सीधा असर यात्रा पर पड़ा

उल्लेखनीय है कि, लगातार 2 साल से कोरोना का सीधा असर चार धाम यात्रा पर पड़ा है और यात्रा अब ऐसे वक्त पर शुरू हो रही है जब डेढ़ महीने के आसपास का वक्त बचा है. ऐसे में जहां सरकार के सामने यात्रा को बिना परेशानी के चलाने की चुनौती है, वही यात्रा से जुड़े लोगों को इस बात की उम्मीद कि डेढ़ महीने में कुछ तो रोजी रोटी का इंतजाम होगा.

पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण तीर्थ यात्रा पर रोक लगाई थी

गौरतलब है कि, 28 जून को हाईकोर्ट ने कोविड 19 संबंधी पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण उत्तराखंड की इस महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा पर रोक लगाई थी. इसे हटाने के लिए राज्य सरकार लगातार कोशिशें कर रही थी और राज्य में सियासत भी गरमा गई थी. पिछले दिनों सरकार के सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापिस लेने के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हो सकी और बीते गुरुवार को हाईकोर्ट ने यात्रा के लिए रास्ता साफ कर दिया.


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गुरुवार को नैनीताल हाईकोर्ट में हुई थी सुनवाई

बता दें कि, गुरुवार को हुई अहम सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कुछ प्रतिबंधों के साथ चार धाम यात्रा की इजाजत दे दी. मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने बद्रीनाथ धाम में 1200 भक्त या यात्रियों, केदारनाथ धाम में 800, गंगोत्री में 600 और यमनोत्री धाम में कुल 400 यात्रियों के जाने की अनुमति दी है. इसके अलावा न्यायालय ने हर भक्त या यात्री को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट और दो वैक्सीन का सर्टिफिकेट ले जाने को भी कहा है. इसके अलावा हाईकोर्ट ने अपने आदेश में चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में होने वाली चारधाम यात्रा के दौरान आवश्यकतानुसार पुलिस फोर्स लगाने को कहा है. इसके अलावा भक्त किसी भी कुंड में स्नान नहीं कर सकेंगे.

कारोबारियों को लाखों का नुकसान

बता दें कि, हाल ही में चारधाम के तीर्थ पुरोहितों ने सीएम आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी. इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने सीएम से चारधाम यात्रा शुरू करने की मांग की थी. चार धाम यात्रा बंद रहने के कारण कारोबारियों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा है. पुरोहितों ने कहा था कि, चारधाम यात्रा से लाखों लोगों का रोजगार जुड़ा है. यात्रा शुरू ना होने से यात्रा मार्गों के लाखों लोग परेशान हैं, उनके पास रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. पुरोहितों ने सरकार से मांग की थी कि, हाईकोर्ट में मजबूत पैरवी कर चारधाम यात्रा शुरू की जाए.


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