
द लीडर। उत्तर प्रदेश में आज एक बार फिर जुमे की नमाज को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर हैं। यूपी के प्रमुख शहरों में कड़े इंतजाम किए गए है। वहीं संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही हैं। सरकार ने राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है।
3 जून को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को लेकर प्रदेश में सरकार अलर्ट हो गई थी। लेकिन उसके बाद भी 10 जून को जुमे की नमाज के बाद यूपी के कई शहरों के साथ दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और रांची में भी जमकर बवाल हुआ। वहीं आज फिर जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन न हो इसको लेकर सरकार से लेकर प्रशासन तक अलर्ट मोड में हैं।
प्रदेशभर में हाई अलर्ट पर पुलिस
वहीं आज जुमे की नमाज को देखते हुए उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। राज्यभर में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है, वहीं सरकार ने किसी भी छिटपुट विस्फोट को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर अतिरिक्त राज्य और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है।
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अधिकारियों ने बताया कि, संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जाएगी। साथ ही राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी की 200 और रैपिड एक्शन फोर्स की 50 कंपनियों को भी तैनात किया गया है।
लखनऊ समेत इन जिलों में सुरक्षा कड़ी
लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने कहा कि, राजधानी लखनऊ के संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त बल तैनात किया गया है और धर्मगुरुओं के साथ बैठकें की जा रही हैं। यूपी की सभी संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी, वीडियो कैमरा और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। जुमे की नमाज को देखते हुए यूपी के प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद और सहारनपुर में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
10 जून को हुई हिंसा में अबतक 357 गिरफ्तार
बता दें कि, 10 जून को उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा मामले में अब तक नौ जिलों में 357 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलहाल अभी भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी की जा रही है।
ड्रोन से नजर, चप्पे-चप्पे पर पुलिस
17 जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा लेकर इस बार प्रशासन अलर्ट है। वहीं अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि, शुक्रवार के लिए इस बार विभिन्न जिलों में पीएसी की 130 और आरएएफ की 10 कंपनियां लगाई गई हैं। जिन जिलों में विरोध प्रदर्शन की आशंका है, वहां अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा जोन और रेंज स्तर पर पीएसी व पुलिस बल भी उपलब्ध रहेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी यूपी में विशेष सतर्कता रहेगी। संवेदनशील स्थानों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। एनसीआर में पुलिस चप्पे-चप्पे पर निगरानी रख रही है।
उत्तर प्रदेश में बीते दिनों जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर यूपी सरकार ने 17 जून को विशेष सर्तक रहने का निर्देष दिया है। पुलिस की पहले कोशिश जुमे की नमाज के बाद किसी तरह की कोई अशांति जैसी स्थिति न बने।
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धर्मगुरुओं के साथ संवाद कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। उन्हें किसी तरह के विरोध प्रदर्शन से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। हालांकि अराजक तत्वों से निपटने के लिए तैयारी भी की जा रही है।
गोंडा जिले को 5 जोन 19 सेक्टर में बांटा गया
गोंडा में जुमे की नमाज को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक शहर के गली मोहल्ले में घूम-घूमकर लोगों से कई दिनों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। शुक्रवार को भी शहर में पैदल गश्त पर डीएम एसपी ने धर्मगुरुओं से सम्पर्क कर सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी लोगों से अमन-चैन बनाए रखने की अपील की।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि, जुमे की नमाज को लेकर तैयारियां पूरी हैं। पूरे जनपद को 5 जोन व 19 सेक्टर में बांटा गया है। जगह-जगह सभी अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं। पूरे जनपद में पेट्रोलिंग की जा रही है। लोगों से तथा धर्म गुरुओं से मिलकर अपील की जा रही है। आज होने वाली जुमे की नमाज को शांतिपूर्वक संपन्न कराएं।
मौलानाओं ने की अपील
मौलाना कल्बे जव्वाद ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने जुमे की नमाज के बाद किसी तरह की नारेबाजी से परहेज करने को कहा है। वीडियो मैसेज में जव्वाद ने कहा कि, नूपुर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। उन्हें कानून के हिसाब से सजा मिलेगी। नमाज के बाद लोग अपने-अपने घरों को लौट जाएं।
मौलाना रशीद फिरंगी महली ने भी वीडियो जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। रशीद फिरंगी महली ने वीडियो संदेश में कहा कि मुसलमान जुमा की नमाज के बाद किसी भी तरह की प्रदर्शन और नारेबाजी न की जाए। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है और यहां सिर्फ इबादत की जाए।
इन जिलों में लागू है धारा 144
गौतमबुद्धनगर जिले में 30 जून और गाजियाबाद में 10 अगस्त तक धारा 144 लागू है. गौतमबुद्धनगर में तो कोरोना की तीसरी लहर के बाद से ही धारा 144 लागू है। वहीं गाजियाबाद में त्योहारों को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है, इसलिए फिलहाल इन जिलों में लोग किसी भी तरह का जुलूस और प्रदर्शन नहीं निकाल सकते है. एक साथ 5 से ज्यादा लोग इक्कठा नहीं हो सकते हैं.
उपद्रव प्रभावित क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा
तीन जून को हुए उपद्रव के बाद जुमा की नमाज पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। दो सप्ताह गुजर चुके हैं, लेकिन तनाव पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसे देखते हुए आज भी जुमा की नमाज के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
कानपुर महानगर को तीन सुपरजोन में बांटकर सुरक्षा तैयारियों को अमलीजामा पहनाया गया है। उपद्रव वाली जगह समेत संवेदनशील इलाकों पर चप्पे चप्पे पर फोर्स तैनात किया गया है।
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सुरक्षा तैयारियों के मुख्य बिंदु 8 ड्रोन कैमरों से होगी चप्पे-चप्पे की निगरानी।
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50 वीडियोग्राफर करेंगे वीडियो रिकार्डिंग।
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सभी प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रहेंगे।
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सभी प्रमुख चौराहे व महत्वपूर्ण बिंदु पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम रहेगा।
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प्रमुख स्थानों पर वाटर कैनन और फायर टेंडर की रहेगी सुविधा।
सरकार और प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि, किसी भी प्रकार की अफवाह या भ्रामक सूचना प्राप्त होने पर धैर्य बनाए रखें। तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम के डायल 112 को सूचित करें। इसके साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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