लखनऊ- जब कोई पूछे कि यूपी में काबा तो उससे कहिएगा कि यूपी में भाजपा बा… जो लगातार विपक्षी दलों को झटका दें रही हैं…. और सपा के मुखिया अखिलेश यादव के PDA फार्मूलें से P यानि पिछड़ा वर्ग गायब ही कर दे रही हैं…. आप सोच रहें होंगे कि मैं ये क्यों कह रहा हूँ तो चलिए बताते हैं कि भाजपा ने पहले पिछड़ो की बात करने वाली पार्टी सुभासपा को एनडीए में शामिल कराया…. उसके बाद सपा विधायक दारा सिंह को भाजपा में शामिल करा लिया… हालाँकि सपा इसे कोई बड़ा नुकसान नही मान रही हैं… लेकिन कहा जाता हैं कि दारा सिंह नोनिया समाज पर अच्छी पकड़ रखते हैं…. बता दें कि भाजपा पिछड़े औऱ अल्पसंख्यक समाज को लगातार लुभाने की कोशिश कर रही हैं… जो विपक्ष के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता हैं।
बीजेपी में कौन कौन नेता हुए शामिल
इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आज समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे साहब सिंह सैनी ने बीजेपी का दामन थाम लिया…. उनके अलावा कुछ और पूर्व विधायकों ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली… बता दें कि 2022 विधानसभा चुनाव में खतौली सीट से रालोद के प्रत्याशी रहे राजपाल सैनी, सपा की पूर्व विधायक सुषमा पटेल, पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर सहित करीब एक दर्जन लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की…. इन लोगों के अलावा पूर्व विधायक अंशुल वर्मा, जौनपुर के पूर्व विधायक गुलाब सरोज, वाराणसी से कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी रही शालिनी यादव ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.. और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
क्या बीजेपी का यूपी प्लान
गौरतलब है कि बीजेपी लगातार इस बात की कोशिश में है कि वह यूपी में बड़ी जीत दर्ज करे…. और पार्टी का फोकस सभी 80 सीटों को जीतने पर है… पिछले कुछ दिनों से लगातार पार्टी छोटे दलों के गठबंधन के साथ दूसरे दलों के प्रभावशाली नेताओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में लगी हुई है…. हालाँकि विपक्ष इन नेताओं के जाने से कोई बड़ा झटका नही मान रही हैं… लेकिन पश्चिमी यूपी में सैनी समाज का बड़ा वोट बैंक है…. इस समाज के वोट पर साहब सिंह सैनी और राजपाल सिंह सैनी का खासा प्रभाव है…. राजपाल ने 2022 में खतौली से रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। पूर्वांचल में जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर सीट से सपा विधायक रहीं सुषमा पटेल कुर्मी समाज से हैं… वहीं पार्टी पूर्वांचल में कुर्मी समाज में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती हैं… पूर्व विधायक जगदीश सोनकर भी चार बार विधायक रहे हैं औऱ पूर्वांचल के सोनकर समाज में उनकी मजबूत पकड़ है।
खैर यूपी में भाजपा की सर्जिकल स्ट्राईक जारी हैं… और इसी स्ट्राईक के मद्देनजर एक एक करके विपक्ष के कई नेता औऱ छोटे दलों को भाजपा अपनी तरफ कर रही हैं… वहीं इसके बाद विपक्ष की रणनीति क्या होगी… और भाजपा आगे क्या करेगी ये तो आने वाला समय बताएगा…. क्योंकि रोज एक नया और दिलचस्प मोड़ य़ूपी की राजनीति में देखने को मिल रहा हैं।
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