यूक्रेन में फंसे हैं यूपी के 3000 छात्र : अब सेना के कब्जे में सड़क-बाजार

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द लीडर | रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है। युद्ध के समय बजने वाली सायरन की आवाजें टीवी चैनलों के जरिए भारत के घरों में सुनाई दे रही हैं। यूक्रेन के आसमान में धुआं-धुआं देख वो भारतीय परिवार घबराए हुए हैं, जिनके बेटे-बेटियां वहां फंसे हुए हैं। रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि 18,000 से ज्यादा भारतीय अब भी यूक्रेन में हैं। यूक्रेन में जंग शुरू होने के बाद यूपी के करीब 3000 छात्र वहां फंस गए हैं। 72 घंटे पहले यूक्रेन से भारतीयों को एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन शुरू किया गया लेकिन हमले शुरू होने के बाद इसे रोकना पड़ा है। आज सुबह ही खबर आई कि यूक्रेन के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट वापस दिल्ली लौट रही है।

यूक्रेन में फंसे यूपी के 3000 छात्र

यूक्रेन में जंग शुरू होने के बाद यूपी के करीब 3000 छात्र वहां फंस चुके हैं। रूस के बॉर्डर एरिया के शहरों में हालात तनावपूर्ण हो चुके हैं। वहीं पोलैंड से सटे हुए शहरों में भी गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई है। सड़कें और बाजार सेना के कब्जे में जा चुके हैं। सिर्फ 8 घंटे में इन शहरों के हालात बदल गए हैं। तरनोपिल शहर के जिन मेडिकल स्टूडेंट ने बुधवार देर शाम ये बताया था कि हालात काबू में हैं, वो गुरुवार सुबह के बाद हुए हमले की वजह से दहशत में हैं, क्योंकि सेना के नियंत्रण वाले इलाकों में हाउस अरेस्ट जैसी स्थिति है। अब उनके लिए देश छोड़ना भी मुश्किल हो गया है।


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आज भी लौटे 182 भारतीय

इस बीच, कीव से यूक्रेन इंटरनेशनल एयर लाइंस का एक विमान सुबह 7.45 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा। एसटीआईसी ग्रुप के निदेशक अनुज ने बताया, ‘विमान में 182 भारतीय नागरिक हैं और उनमें से अधिकतर छात्र हैं।’

कीव एयरपोर्ट पर फंसे कई स्टूडेंट्स

कुछ लोग एयरपोर्ट पर फंस गए हैं। बमबारी के बाद बसों में उन्हें कहीं दूसरे स्थान पर ले जाया गया है। उन्हें कहां ले जाया जा रहा है। इस बात की कोई सूचना नहीं है। सक्षम ने बताया कि हमलों के बाद इंडिया जाने के लिए फ्लाइट की टिकट एक लाख से बढ़कर तीन लाख रुपए की हो गई है।

दिल्ली में बड़ी बैठक

सूत्रों ने बताया है कि आज विदेश मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक हो रही है। रूस के हमले के बाद अब यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए विकल्पों पर चर्चा हो रही है। एयरस्पेस बंद किए जाने के बाद दूसरे वैकल्पिक रास्ते खोजे जा रहे हैं। इसके साथ-साथ रूसी भाषा बोलने वाले अधिकारियों को यूक्रेन में हमारे दूतावास भेजा गया है। उधर, यूक्रेन से सटे देशों में भी रूसी भाषा बोलने वाले कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है।

भारत सरकार के सूत्रों ने साफ किया है कि यूक्रेन में हमारा दूतावास अब भी काम कर रहा है और उसकी ओर से जारी की जाने वाली एडवाइजरी का नागरिकों को पालन करना चाहिए। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने लड़ाई छिड़ने के बाद अपने नागरिकों को सलाह दी है कि कीव की तरफ यात्रा करने वाले लोग फिलहाल अपने-अपने शहरों की ओर लौट जाएं।

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