यूक्रेन पर रूस का ‘डबल अटैक’ : सैन्य हमले के साथ साइबर अटैक कर सैकड़ों कंप्यूटर्स को बनाया निशाना, NATO ने लिया ये बड़ा फैसला

0
400

द लीडर। यूक्रेन में रूस लगातार हमला कर रहा है. जिसको लेकर यूक्रेन में हालात खराब होते दिख रहै है. वहीं इस बीच नाटो ने भी बड़ा फैसला लिया है. और रूस के खिलाफ कार्रवाई करने की पहल की है. यूक्रेन के राजदूत ने पीएम मोदी से भी मदद की गुहार लगाई है.

यूक्रेन पर डबल अटैक कर रहा रूस

रूस यूक्रेन पर हमले पर हलमे कर रहा है. एक तरह जहां रूस यूक्रेन पर सैन्य हमले कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ साइबर अटैक भी शुरू कर दिया है. यूक्रेन में सैकड़ों कंप्यूटर्स को निशाना बनाने वाला एक खतरनाक सॉफ्टवेयर सामने आया है.


यह भी पढ़ें: नेपाल की एक अदालत ने आला हज़रत दरगाह के फतवे को आधार बनाकर निपटाया मस्जिद का विवाद

 

साइबर सिक्योरिटी फर्म ESTE की मानें तो, इस सॉफ्टवेयर ने यूक्रेन में बहुत से कंप्यूटर्स पर हमला किया है. ट्विटर पर पोस्ट किए गए बयान में कंपनी ने बताया है कि, डेटा मिटाने वाले इस प्रोग्राम को देश की सैकड़ों मशीन में इंस्टॉल किया गया है.

कई महीनों से हो रही तैयारी

इस अटैक की तैयारी पिछले कई महीनों से की गई है. साइबर सिक्योरिटी फर्म Symantec के विक्रम ठाकुर ने बताया है कि, यह सॉफ्टवेयर बड़े स्तर पर फैला हुआ है. उन्होंने बताया कि, हमने पूरे यूक्रेन और Latvia भर में इसकी एक्टिविटी देखी है.

रूस ने इन आरोप से इनकार किया

रूस पर पहले भी कई बार साइबर अटैक का आरोप लग चुका है. हालांकि, रूस ने इन आरोप से इनकार किया है. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स यूक्रेन को निशाना बनाने वाले सॉफ्टवेयर की जांच कर रहे हैं. उन्होंने इसकी एक कॉपी अल्फाबेट के क्राउडसोर्स साइबरसिक्योरिटी साइट VirusTotal पर अपलोड की, जिससे इसकी क्षमताओं का पता लगाया जा सके.

रिसर्चर्स ने पाया कि, इस सॉफ्टवेयर को एक सर्टिफिकेट के जरिए डिजिटली साइन किया गया है. यह सर्टिफिकेट Hermetica Digital Ltd को जारी किया गया है. चूंकि ऑपरेटिंग सिस्टम किसी भी सॉफ्टवेयर की शुरुआत जांच में कोड-साइनिंग यूज करता है. इस तरह से सर्टिफिकेट को एंटी-वायरस प्रोटेक्शन से बचने के लिए डिजाइन किया जाता है.


यह भी पढ़ें:  जबलपुर में बजरंग दल की धमकी से मुस्लिम संगठन आहत, एसपी के नाम सौंपा ज्ञापन

 

अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी फर्म ZeroFox के वीपी Brain Kime की मानें तो, इस तरह से सर्टिफिकेट हासिल करना बड़ी बात नहीं है. जिस कंपनी के नाम यह सर्टिफिकेट जारी किया गया है, उसका पता एक साल पुराना है और इसकी कोई वेबसाइट भी नहीं है.

यूक्रेन ने एयरस्पेस बंद किए

वहीं यूक्रेन ने अपना एयर स्पेस भी बंद कर दिया है. यूक्रेन को डर है कि, रूस उनके यहां आने वाली फ्लाइट्स को निशाना बना सकता है और उन पर साइबर अटैक कर सकता है. यूक्रेन स्टेट एयर ट्रैफिक सर्विस ने बताया कि, जोखिमों को देखते हुए एयरस्पेस को सिविल फ्लाइट्स के लिए बंद कर दिया गया है.

नाटो देशों ने रूस के खिलाफ कार्रवाई की पहल शुरू की

बता दें कि, यूक्रेन और रूस के बीच जंग शुरू होने को लेकर तमाम देशों ने आपत्ति जताई है और रूस की इस कार्रवाई की निंदा की है. वहीं अब नाटो देशों ने रूस के खिलाफ कार्रवाई की पहल शुरू कर दी है. यूक्रेन पर हमले के बाद नाटो देशों की एक बड़ी बैठक में ये फैसला लिया गया है.

इस बैठक में नाटो ने कहा है कि, वो सहयोगी देशों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. NATO दुनियाभर के तमाम देशों का एक सैन्य संगठन है, जिसे ऐसी ही युद्ध के हालात के लिए बनाया गया है. अगर नाटो में शामिल किसी भी देश पर हमला किया जाता है तो इसे नाटो पर हमला माना जाता है, इसके बाद सभी देश मिलकर उस हमला करने वाले देश पर कार्रवाई करते हैं.

अमेरिका ने भेजी सेना

बताया जा रहा है कि, नाटो की इस कार्रवाई की पहल के बीच अमेरिका ने अपनी सेना को यूक्रेन की तरफ भेजना शुरू कर दिया है. अमेरिकी सेना रूस को घेरने के लिए लातविया पहुंच चुकी है. जिसके बाद रूस की सेना को पीछे धकेलने का काम हो सकता है.

हालांकि रूस अपने हमले को रोकने के लिए तैयार नहीं है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अन्य देशों को इसके लिए चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा कि दूसरे देश इस मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश न करें.

बता दें कि, यूक्रेन लगातार NATO में शामिल होने की बात करता आया है, लेकिन रूस ने हमेशा से इसका विरोध किया है. क्योंकि रूस नहीं चाहता है कि बाकी देशों की सेनाएं यूक्रेन की सीमाओं पर अपना बेस बनाएं.

साथ ही यूक्रेन के जिन इलाकों पर रूस अपना अधिकार रखता है, उन्हें लेकर वो हमेशा से ही वो दुनियाभर के देशों से हस्तक्षेप नहीं करने की बात करता आया है.


यह भी पढ़ें:  मेहुल चौकसी, विजय माल्या और नीरव मोदी से बैंकों में लौटे 18,000 करोड़- केंद्र

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here