Umar Khalid Delhi Riots : जेएनयू के छात्रनेता रहे उमर खालिद का आज जन्मदिन है, रिहाई को लेकर ट्वीटर पर तूफान

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जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद.

द लीडर : दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) और दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के छात्र रहे उमर खालिद (Umar Khalid) का आज जन्मदिन हैं. उमर पिछले साल से जेल में बंद हैं. उन पर दिल्ली दंगों की साजिश (Delhi Riots conspiracy) के आरोप हैं. उमर की रिहाई को लेकर लगातार मांग उठ रही है. जो आज ट्वीटर पर ट्रेंड कर रही है. (Umar Khalid Delhi Riots) 

पिछले साल फरवरी 2020 में दिल्ली में दंगे भड़क गए थे. दिल्ली पुलिस (Delhi Politce) ने उमर खालिद को साजिश के आरोप में 14 सितंबर 2020 को गिरफ्तार किया था. तब से वह न्यायिक हिरासत में हैं.

आंदोलन करते उमर खालिद. फाइल फोटो

10 जुलाई को उमर खालिद की हिरासत के 300 दिन पूरे होने पर भी रिहाई की मांग ट्वीटर पर ट्रेंड कर रही थी. आज उनके जन्मदिन पर भी यही मांग दोबारा ट्रेंड कर रही है.

‘Minute by minute, hour by hour, they stole Hundreds of days from Umar. If we calculate the jail time of all dissenters, they have stolen many a life time. Every time we remember Umar, every time we speak of their dreams, we reclaim a bit of what is stolen. Let’s reclaim a day tomorrow.”

 


दिल्ली दंगों से जुड़ी एफआइआर में उनका नाम था. जिसमें कुछ मामलों में उन्हें अदालत से राहत मिल चुकी है. उनके पर गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत भी कार्रवाई हुई है.


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उमर खालिद 2016 में जेएनयू में कथित रूप से देशविरोधी नारेबाजी (Anti National) घटना से चर्चा में आए थे. तब उमर के साथ कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) भी घटना में आरोपी थे.

इसके बाद उमर यूनाइटेड अगेंस्ट हेट (United Against Hate) के साथ मॉब लिंचिंग के खिलाफ आवाज उठाने लगे. उमर खालिद अपने हर प्रोटेस्ट में संविधान, लोकतंत्र को मजबूत करने का आह्वान करते नजर आते रहे हैं.

भारत सरकार ने 2019 में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act-2019) पारित किया. जिसको लेकर देशभर में आंदोलन (Protest) हुए.

दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bag) में औरतों के प्रोटेस्ट ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा था. करीब सालभर आंदोलन चला. इसी बीच फरवरी 2020 में दिल्ली में दंगे भड़क गए गए थे. जिसमें करीब 55 लोग मारे गए थे.

एक आंदोलन में शामिल उमर खालिद. फाइल फोटो साभार फेसबुक

दिल्ली दंगों के मामले में पुलिस ने जामिया (Jamia Millia Islamia University), जेएनयू के कई छात्रों को आरोपी बनाकर हिरासत में लिया था.

इसमें उमर खालिद, शरजील इमाम, मीरान हैदर, गुलफशा फातिमा, आसिफ इकबाल तन्हा, देवांगना कलिता, नताशा नरवाल के अलावा खालिद सैफी समेत कई अन्य लोग शामिल हैं.


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पिछले महीने ही आसिफ इकबाल तन्हा, नताशा नरवाल और देवांगना कलिता दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) से जमानत पाकर रिहा हो गए हैं.

हालांकि जमानत के बाद भी इनकी रिहाई अटक गई थी. जिसके खिलाफ ये दोबारा हाईकोर्ट पहुंच गए थे. बाद में इन्हें रिहा किया गया.

एक प्रोटेस्ट में उमर खालिद. फाइल-फोटो साभार ट्वीटर

रविवार को उमर खालिद के साथी ट्वीटर पर उनकी रिहाई की मांग का ट्रेंड चला रहे हैं. ये अपील की जा रही है कि उमर खालिद और सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए.

आरजे सायमा (RJ Sayema ) ने कहा, ”यूएपीएक कानून नहीं है! बल्कि ये एक जाल है. #ramgopalvarma जैसे आतंकवादी शान से घूम सकते हैं. आतंक फैला सकते हैं. लेकिन जिन लोगों ने देश का कोई कानून नहीं तोड़ा. वे सलाखों के पीछे हैं! शरजील इमाम, खालिद सैफी, सुधा भारद्वाज, उमर खालिद और अन्य को रिहा करने की जरूरत है!!”

 

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