उत्तर भारत के घरों में अचानक पानी क्यों रिसने लगा

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जीने पर पैरों की छाप देखकर गुलनाज घबरा गईं। उनके शौहर काफी देर से घर पर नहीं थे तो फिर कौन आया। देर शाम जब लौटे पति नईम को बताया तो उन्होंने छानबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं लगा। रात गुजर गई। सुबह को भी वो निशान जीने पर नजर आ रहे थे।

इस जगह से तकरीबन दस किलोमीटर दूर सारिका सुबह के वक्त फर्श और दीवारों को देखकर हैरान हो गईं। बरामदे से लेकर अंदर के कमरों में जैसे पानी से फर्श धोया गया हो। दीवारों पर रिसती हुई बूंदें और सीलन। रात की बारिश का असर मानकर पहले तसल्ली की। लेकिन दिन में धूप भी चटक निकलने के बाद भी फर्श और दीवारें गीली बनी रहीं।

ये दोनों घटनाएं उत्तरप्रदेश के बरेली शहर की हैं। चार जनवरी को कई दूसरे उत्तर भारतीय शहरों से भी कुछ ऐसा ही पता चला कि घरों में अचानक सीलन दिख रही है या फर्श गीला हो गया है।

इसकी पड़ताल की तो वजह मौसम का मिजाज सामने आया। मिजाज महज ये नहीं कि बरसात होने से ऐसा हुआ। मानसूनी बरसात के मुकाबले ये बारिश मामूली ही थी। बाारिश के बावजूद बाहर का मौसम खुश्क हुआ और पारा न्यूनतम स्तर से एकदम ऊपर उठ गया।

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पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर विवेक शर्मा का कहना है, अचानक न्यूनतम पारा चढ़ने से घरों के अंदर का तापमान उसी तेजी से नहीं बढ़ा। घर के अंदर ठंडक बनी रही, जबकि खुली जगह पर गर्माहट का एहसास हुआ। ये बिल्कुल वैसे ही है, जैसे कोल्ड ड्रिंक या पानी की ठंडी बाेतल को रेफ्रिजरेटर से निकालकर टेबल रखने के बाद होता है, पानी की बूंदें बोतल की ऊपरी सतह पर रिसने लगती हैं।

ये साधारण विज्ञान की जानकारी है। दरअसल, बोतल के बाहर पानीं नहीं आता है, बल्कि बोतल की बाहरी सतह ठंडी होने के कारण इस सतह के संपर्क में आनी वाली वायु यानी हवा में मौजूद वाष्प कण संघनन के कारण ऐसा होता है। मतलब ये बाहरी वाष्प कण पानी में बदल जाते हैं, जोकि छोटी छोटी बूंदों के रूप में ठंडे पानी की बोतल की बाहरी सतह पर दिखाई देते हैं।

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ठीक इसी तरह इस दौरान फर्श या दीवार पर बूंदें या गीलापन भी हुआ। इमारतों के अंदर मौजूद हवा में मौजूद वाष्प कण बाहरी गर्मी से बूंदों में बदलकर रिसने लगे और सब तरह सीलन दिखने लगी।

एक्यूवेदर की रिपोर्ट बताती है, 29 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री, 30 को 6 डिग्री, 31 को 4 डिग्री और एक जनवरी को 1 डिग्री हो गया। इसके तुरंत बाद दो जनवरी को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री हो गया, तीन जनवरी को 12 डिग्री और चार जनवरी को 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

अनुमान है कि अभी 9 जनवरी तक न्यूनतम तापमान में खास कमी नहीं आएगी। लेकिन 10 जनवरी से न्यूनतम तापमान फिर लुढ़कना शुरू होने का अनुमान है। यहां तक कि 14 जनवरी को ये 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। पूरे जनवरी महीने और फिर फरवरी के पहले सप्ताह तक अच्छी ठंड बने रहने की संभावना है।

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