भारतीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का दावा है कि औषधि नियामक से पास हो चुका स्वदेशी टीका कोवैक्सीन N501Y वैरिएंट (यूके वैरिएंट) जैसे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से भी निपटने में सक्षम है।
किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने राजनेताओं से आग्रह किया कि वे विज्ञान, वैज्ञानिक और वैज्ञानिक प्रक्रिया को खारिज न करें। इस अहम मामले का राजनीतिकरण अपमानजनक है।ऐसा करके दरअसल आप खुद को ही बदनाम कर रहे हो। ये बात उन्होंने ट्वीट के जरिए भी कही। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में वैक्सीन न लगवाने की बात कहकर टीकाकरण पर सवाल उठाए थे।
वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। पोलियो टीकाकरण के दौरान भी विभिन्न प्रकार की अफवाहें फैलाई गईं लेकिन लोगों ने वैक्सीन ले ली और भारत अब पोलियो मुक्त हो गया है, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा।
कोवैक्सीन को भारत बायोटेक द्वारा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से विकसित किया गया है। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव कहा कहना है कि कोवैक्सीन एक निष्क्रिय वायरस पर आधारित है, इसलिए कोरोनवायरस के म्यूटेशन के बाद नए लक्षणों को भी भेदने की क्षमता है।