UP DGP: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी एक बार फिर से कार्यवाहक डीजीपी के कन्धों पर रहने वाली है। 1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार यूपी के नए कार्यवाहक डीजीपी के रूप में नियुक्त किए गए हैं। उन्हें डीजी विजिलेंस, डीजी सीबीसीआईडी के साथ-साथ कार्यवाहक डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया था । वर्तमान डीजीपी आरके विश्वकर्मा आज रिटायर हो जाएंगे। उसके पहले विजय कुमार ने मुख्यालय पहुंचकर अपना चार्ज ग्रहण कर लिया है। इसके बाद नए कार्यवाहक DGP विजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विजय कुमार ने CM योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा, जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्य किया जाएगा।
गौरतलब है कि मई 2022 में मुकुल गोयल को डीजीपी पद से हटाया गया था। उसके बाद आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। एक बार फिर से योगी सरकार ने आईपीएस विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया है। यूपी में मई 2022 के बाद से अभी तक पूर्णकालिक डीजीपी की नियुक्ति नहीं हुई है।
सर्वोच्च न्यायालय पहुंचा मामला
यूपी में कार्यवाहक डीजीपी मामला सर्वोच्च न्यायालय भी पहुंच गया है। दाखिल याचिका में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा और प्रमुख सचिव गृह को पार्टी बनाया गया है, याचिका में प्रकाश सिंह केस का हवाला देते हुए और केन्द्रीय गृह मंत्रालय से भेजी जा रही चिट्ठियों का हवाला देते हुए कार्यवाहक डीजीपी की तैनाती को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना बताया गया है, SC की छुट्टियों के बाद इस मामले में सुनवाई होगी।
प्रदेश को एक साल से नहीं मिल सका है पूर्णकालिक डीजीपी
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को बीते एक साल से कार्यवाहक डीजीपी के सहारे ही काम चलाना पड़ रहा है। 11 मई 2022 को पूर्णकालिक डीजीपी मुकुल गोयल को अचानक हटा दिया गया था। इसके बाद डीजी इंटेलीजेंस डीएस चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। 31 मार्च 2023 को डीएस चौहान के सेवानिवृत्त होने के बाद डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया।
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