UP : सैनिकों के नाम पर जोश पैदा करतीं सरकारें और फौजी को बेरहमी से पीटती पुलिस, वीडियो वायरल होने पर सब इंस्पेक्टर निलंबित

0
515
UP Governments Soldiers Police Brutally Sub Inspector Suspended

द लीडर : वर्दी के रौब में कुछ पुलिसकर्मी इतने उतावले हुए पड़े हैं कि वे कानून के राज को पुलिसिया राज कायम करने पर तुले हैं. उत्तर प्रदेश में अक्सर ऐसे वीडियो, घटनाएं सामने आती रहती हें, जिसमें पूरे पुलिस बल को शर्मसार होना पड़ता है. ऐसी ही एक वीडियो पीलीभीत जिले के पूरनपुर तहसील से सामने आया है. जिसमें पुलिस वाले एक रिटायर सैनिक को बेरहमी से पीटते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं, फौजी का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें थाने ले जाकर थर्ड डिग्री दी. और परिवार पर मुकदमा भी दर्ज कर दिया. वीडियो सामने आने के बाद एसपी किरीट राठौर ने सब इंसपेक्टर राम नरेश को निलंबित कर दिया है.

घटनाक्रम 3 मई का है. उस दिन पंचायत चुनाव की मतगणना चल रही थी. रिटायर फौजी रेशम सिंह अपने परिवार के साथ लखीमपुर जा रहे थे. उन्हें अपने एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होना था. पूरनपुर की मंडी में मतगणना चल रही थी. इस कारण वहा बैरिकेड लगा था. बेरिकेड से निकलने को लेकर पुलिस और फौजी में विवाद हो गया. आरोप है कि पुलिस ने फौजी को गाड़ियों के पीछे ले जाकर बेरहमी से पीटा. कैमरे की नजर से बचने के लिए वे उन्हें गाड़ी के पीछे ले गए थे.

मंडी स्थल के पास पिटाई के बाद पुलिस फौजी रेशम सिंह को थाने ले गई. और वहां उनकी बेरहमी से पिटाई की. फौजी ने आरोप लगाया है कि उन्हें थर्ड डिग्री दी गई. 3 मई का ये वीडियो अब जब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. तब पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आए हें. एसपी किरीट राठौर के मुताबिक दो दिन पहले ही घटना की जांच सीओ पूरनपुर केा सौंपी गई है. पृथम दृष्टया सब इंस्पेक्टर की गलती सामने आने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है.


क्या मद्रास हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग को अपने अधिवक्ता मोहित डीराम के इस्तीफे से दूसरा बड़ा आघात लगा


 

आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार को ये वीडियो डीजीपी को टैग करते हुए ट्वीटर पर साझा किया. उन्होंने लिखा, यूपी के पीलीभीत में रिश्तेदार के घर जा रहे एक्स आर्मीमैन रेशम सिंह को पुलिस ने बहुत बबर्रता से मारा है. उनके प्राइवेट पार्ट पर गंभीर चोटें आइ्र हैं. यह प्रताड़ना किसान आंदोलन समर्थकेां के प्रति नफरत से की गई है. तत्काल दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर उनके विरुद्ध केस दर्ज किया जाए.

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने चंद्रशेखर आजाद के वीडियो केा रिट्वीट करते हुए लिखा, बहुत ही गंभीर मामला है. इसकी जांच कर रिटायर सैन्यकर्मी के सम्मान की रक्षा की जाए.

वायरल वीडियों में फौजी के प्राइवेट पार्ट पर भी गंभीर चोटें के निशान देखे जा सकते हैं. इस घटना से आमजन में भी पुलिस के प्रति आक्रोश है. और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठा रहे हैं.


अल अक्सा मस्जिद में नमाज के दौरान इजरायली सैनिकों ने फिलिस्तीनियों पर दागे रबड़ के गोले, 180 नमाजी जख्मी


 

घटना पर एसपी किरीट राठौर ने एक बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि मामले की जांच की जा रही ओर जो भी दोषी होगा. उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. फौरीतौर पर सब इंस्पेक्टर को निलंबित किए जाने कर दिया गया है.

कानपुर यूनिवर्सिटी में एबीवीपी के नेता रवि मिश्रा ने घटना का वीडियो मुख्यमंत्री को टैग करते शेयर किया है. उन्होंने कहा हे कि पूर्व सैनिक को यूपी पुलिस ने मारा. ये बहुत गलत किया. आए दिन फौजी के साथ गलत होता रहता हे. सरकार को ख्याल रखना चाहिए कि इंडियन आर्मी देश की रक्षा करती है. उनके या परिवार के साथ कुछ गलत होता है तो सरकार उनकी मदद करे.

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here