अंतरिक्ष से धरती पर गिरने ही वाला है चीन का भारी रॉकेट!

0
306

द लीडर डेस्क।

खुदा खैर करे! चीन का ये रॉकेट समंदर में कहीं गिर जाय। ये गिरने ही वाला है। शायद आज ही या फिर कल सुबह तक। फिलहाल बेकाबू हो चुका 21 टन वजनी चीनी रॉकेट तेजी से धरती की तरफ बढ़ रहा है। इस समय पृथ्वी की कक्षा में घुसने से पहले इसकी रफ्तार 18000 मील प्रति घंटा है।
हॉवर्ड विश्वविद्यालय के अंतरिक्ष विज्ञानी जोनाथन मेकडोवेल कहते हैं कि इसके गिरने का सही समय बताना मुश्किल हो रहा है। इसकी रफ्तार और झुकाव में जरा सा बदलाव काफी अंतर डालने वाला है। फिलहाल इसे जहां होना चाहिए था उससे 80 किलोमेटरर नीचे आ चुका है। वह मानते हैं कि पृथ्वी की कक्षा में आते ही यह जलेगा फिर भी धरती वालों के लिये यह एक बड़े विमान हादसे जैसा होगा जिसके मलबा 100 किलोमीटर के दायरे में गिरेगा।
कुछ विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस लॉन्ग मार्च 5-बी नाम के रॉकेट का बड़ा हिस्सा शनिवार को ही धरती पर किसी भी वक्त गिर सकता है।
दरअसल, यह रॉकेट चीन के अपने अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण के लिए मुख्य मॉड्यूल के साथ पिछले हफ्ते गुरुवार को लॉन्च किया गया था। मॉड्यूल तिआनहे तो चीन के प्रस्तावित अंतरिक्ष स्टेशन की जगह पर ठीक से है लेकिन उसे ले जाने वाला रॉकेट अपनी अनुमानित चाल से भटक गया है। चीन की अंतरिक्ष एजेंसी इस मामले पर अभी तक चुप्पी साधे हुए है और कोई टिप्पणी नहीं कर रही है।
हालांकि, चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि रॉकेट के हिस्से की एल्यूमिनियम-मिश्र धातु की बाहरी पतली परत आसानी से वातावरण में जल जाएगी और जोखिम कम होगा। इस पर नजर रख रहे विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि विखंडित रॉकेट के कुछ हिस्से समुद्र में गिरेंगे।
यह पूछने पर कि गिरते रॉकेट से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए चीन क्या उपाय कर रहा है तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि आप सक्षम प्राधिकार से पूछिए। उन्होंने कहा कि सिद्धांत के तौर पर चीन बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए प्रतिबद्ध है।
विशेषज्ञों को डर है कि अगर रॉकेट का हिस्सा किसी आबादी वाले इलाके में गिरा तो भारी तबाही मच सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक लॉन्ग मार्च 5-बी रॉकेट करीब 100 फीट लंबा है। अनियंत्रित होने के बाद दो दिनों तक 18हज़ार प्रति मील की रफ्तार से यह धरती का 30 बार चक्कर लगाएगा।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस रॉकेट का मलबा न्‍यूयॉर्क, मैड्रिड और पेइचिंग, वेलिंगटन या न्यूज़ीलैंड पर भी गिर सकता है। सब उसकी गति पर निर्भर है। अगर यह हिस्सा किसी आबादी वाले इलाके में गिरा तो तबाही मच सकती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here