द लीडर : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलश यादव, अपने नेता-कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर हैं. अब अखिलेश यादव ने पूछा है-”सपा नेताओं के घर क्यों गिराए जा रहे हैं? किस कानून के तहत गिरा रहे? मैं मुख्यमंत्री जी से पूछता हूं-क्या सीएम आवास का नक्शा पास है? क्या यहां जितने गरीब रहते हैं-सबके घर नक्शे से बने हैं? मतलब साफ है. अगर आप सपा नेता हैं और बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. इसलिए आपका घर गिरा दिया जाएगा. ”
अखिलेश यादव ने कहा कि ”एटा में बीजेपी के 2 सदस्य हैं. सपा का बहुमत है. लेकिन बीजीपे कैसे भी चुनाव जीतना चाहती है. इसलिए हमारे नेता के घर बुल्डोजर चला दिया. मैंने खुद एटा के डीएम-पुलिस कप्तान से बात की. और पूछा कि हमारे नेताओं को क्यों परेशान कर रहे हैं? उन्होंने मजबूरी जताई. दरअसल, उन्हें लखनऊ से निर्देश मिले हैं. कुछ भी करो, कैसे भी चुनाव जितवाना है.”
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एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में अखिलेश यादव ने ये कहा है. दरअसल, यूपी में 3 जुलाई तक 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव होना है. इसमें राज्य के सत्तारूढ़ दल भाजपा और सपा के बीच मुख्य मुकाबला है. प्रदेश के 3050 जिला पंचायत सदस्य मतदान के जरिये अपने जिले के अध्यक्ष का चुनाव करेंगे.
सपा का आरोप है कि ”सत्ताधारी पार्टी चुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है. और उनके पार्टी के चुने हुए पंचायत सदस्यों पर दबाव बना रही है.” गत दिनों अखिलेश यादव ने इसको लेकर सीधे-सीधे ब्यूरोक्रेसी को निशाने पर लिया था. ये कहते हुए कि ”अब चुनाव भाजपा नहीं बल्कि जिलों के डीएम और कप्तान लड़ रहे हैं.”
एक दिन पहले ही एक चैनल के साथ बात करते हुए सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने भी प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाए थे. ”सपा नेताओं को फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है. और पार्टी ऐसे सभी अफसरों की सूची तैयार कर रही है, जो हमारे नेताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं.”
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चूंकि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होना है. इसको लेकर भाजपा, सपा के साथ, कांग्रेस-बसपा और अन्य दल अपनी तैयारियों में जुटे है. हाल ही में राज्य में पंचायत चुनाव संपन्न हुए, जिसमें कई जिलों में अपने बेहतर प्रदर्शन से सपा उत्साहित है. पंचायत चुनाव के बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख का चुनाव होना है. सभी दल इसमें अपनी पूरी ताकत झोंके हुए हैं. और जिलों में अपना अध्यक्ष बनाने की कोशिश में लगे हैं.
लेकिन सपा का दावा है कि गोरखपुर, एटा, बागपत समेत कई जिलों में उनके सदस्यों को डराया-धमकाया जा रहा है. और ये सब पुलिस-प्रशासन कर रहा है. सपा के इन आरोपों पर भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आ रही है.