यूपी में कोरोना का खतरा बरकरार: बीते 24 घंटो में आए 28,076 ताज़े मामले

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लखनऊ | यूपी में कोरोना का कहर अभी थमा नहीं है. हालांकि, प्रदेश में कोविड केसेज में लगातार कमी आ रही है. साथ ही रिकवर मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. बीते 24 घंटे में 28,076 नए पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई है, जबकि 33,117 लोग हॉस्पिटल्स से डिस्चार्ज हुए हैं. वहीं, वर्तमान में 2,54,118 कुल एक्टिव केस हैं. इनमें 1,98,857 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं.

सक्रिय मामलों में कमी 

आंकड़ों की माने तो 30 अप्रैल को कुल 03 लाख 10 हजार केस एक्टिव थे। यह कोरोना काल में अब का सर्वाधिक एक्टिव केस का आंकड़ा है। वही 07 मई को महज एक सप्ताह की अवधि में 55,000 एक्टिव केस कम हुए हैं। 24 अप्रैल को सर्वाधिक 38 हजार पॉजिटिव केस आये थे, तब से नए केस में लगातार गिरावट आ रही है। साथ ही, स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। रिकवरी दर बेहतर होती जा रही है।

इतने लोगों को लग चुकी है वैक्सीन 

इस दौरान आलोक कुमार ने बताया कि अब तक कुल मिलाकर 1,08,51,474 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है और 26,64,652 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज़ लगाई गई है. वहीं, 18-44 आयु वर्ग के 85,946 लोगों को अब तक वैक्सीन लगाई जा चुकी है.

राजधानी लखनऊ में केसेस में आई कमी

बात अगर राजधानी लखनऊ की करें तो बीते 24 घंटो में 1982 ताज़े मामले सामने आए है और इसी के साथ 25 लोगों ने दम तोड़ दिया है। अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालो की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटो में 3746 मरीज़ो को अस्पताल से छुट्टी दी गई वही अभी तक कुल 1,93,594 मरीज़ो को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

कुछ दिन पहले लखनऊ के अस्पतालों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ था,ना ही अस्पताल के बहार वालो को बेड्स मिल रहे थे और ना ही अस्पताल के अंदर वालो को ऑक्सीजन, लेकिन आज की तारीख में हालत थोड़ी सुधरती दिख रही है। हालांकि अभी भी उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा प्रभावित शहर लखनऊ ही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश

मुख्यमंत्री योगी ने कोविड संक्रमण के दौर में महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है ।बीमार,दिव्यांग,गर्भवती महिला,कर्मचारियों के साथ सीएम का सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों के लिए निर्देश जारी हुआ है। सीएम ने कहा इन सभी लोगों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ की सुविधा दी जाए।

साथ ही यूपी के सभी 75 जिलों में CSR फंड से आक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगेंगे। ये सभी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट ग्रामीण इलाकों में मौजूदा CHC अस्पताल पर लगाये जायेंगे । आबकारी और गन्ना विभाग से जुड़ी कंपनियां और चीनी मिलों से CSR फंड मिलेगा। 35 से 50 बेड पर आक्सीजन उपलब्ध कराने की क्षमता वाला प्लांट लगेगा।

ये प्लांट ताइवान, साउथ कोरिया से इम्पोर्ट किया जाएगा। पहले चरण में 6 प्लांट लगेंगे। CHC लेवल के अस्पतालों पर आक्सीजन की उपलब्धता भी होगी। इसके अलावा चीनी मिलों में भी आक्सीजन जेनरेशन को लेकर तैयारी चल रही है । ऐसे चीनी मिलों का चयन होगा जहां बड़े पैमाने पर आक्सीजन जेनरेशन पर काम होना है।

 

 

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