द लीडर, देहरादून। कुर्सी संभालते ही उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री ने त्रिवेंद्र सरकार का एक फैसला सुधारते हुए तेवर दिखा दिए हैं। उन्होंने कहा कि कुम्भ में श्रद्धालुओं पर कोई रोक टोक नहीं होगी,देश के कोने- कोने से आने वाले श्रद्धालु ठीक से कुम्भ स्नान करें यह सुनिश्चित किया जाएगा। (Kumbh Chief Minister Reverses Decision)
उल्लेखनीय है कि त्रिवेंद्र सरकार के निर्देशों के अनुरूप कोरोना का हवाला देकर कुम्भ क्षेत्र में कई बंदिशें लगा दी गई थी। जिनकी वजह से बाहर से आने वाले लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी परेशान हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि अभी बहुत से काम करने हैं लेकिन सबसे पहले कुम्भ ठीक से सम्पन्न कराना है। इसके लिए मैं आज ही अधिकारियों से बात कर रहा हूँ। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश के किसी कोने से आये श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो।
तीरथ ने मुख्यमंत्री पद संभाला, मंत्रियों को शपथ दो दिन बाद
यहां यह जानना भी जरूरी है कि सरकारी तौर भी कुम्भ 1 अप्रेल से शुरू होना है जबकि 3 मार्च से पेशवाई चल रही है। अब तक कोई शाही स्नान नहीं हो पाया। अब शिवरात्रि को पहला शाही स्नान होगा। बजट जारी न होने से सारे निर्माण कार्य रुके हैं। तीरथ के रूख से साफ जाहिर है कि आलाकमान तक ने इसका संज्ञान लिया है।
तीरथ ने जिस तरह अपनी ताजपोशी के लिए तीन लोगों ,पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार जताया उससे भी जाहिर हुआ कि उन्हें इन तीनों ने पूरी ताकत देकर भेजा है और वह पिछली सरकार के फैसले बदल भी सकते हैं। (Kumbh Chief Minister Reverses Decision)