रूस और यूक्रेन के जंग जारी : खारकीव पर कब्जा, अब तक 752 की मौत, भारत ने रेस्क्यू किये अपने 17 हजार नागरिक

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द लीडर। रूस लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है. जिससे वहां अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. रूस और यूक्रेन के बीच की जंग अब दिन पर दिन तेज और खतरनाक होते जा रही है. रूस की सेना ने अब खारकीव शहर पर हमला बोल दिया है.

भारत ने बिगड़ते माहौल को देखते हुए एडवायजरी जारी कर खारकीव में फंसे सभी भारतीयों को बीती शाम 6 बजे तक शहर छोड़ने को कहा था. बता दें कि, यूक्रेन के कीव के बाद खारकीव दूसरा सबसे बड़ा शहर है.

जानिए खारकीव के बारे में

खारकीव शहर की स्थापना 1654 में हुई थी. सन 1820 में यूक्रेनियन राष्ट्रीय आंदोलन का खारकीव केंद्र बना था. वहीं, साल 1920 से लेकर 1934 में सोवियत रिपब्लिक ऑफ यूक्रेन की राजधानी बनाया गया था ये शहर. साल 1932 में यूक्रेन में आए महान अकाल का असर भी खारकीव पर देखने को मिला था.


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इस दौरान बड़ी संख्या में भूखमरी के चलते लोगों की मौत हुई थी. जानकारों के मुताबिक, ये एक मानव निर्मित आपदा थी जो सोवियत कृषि और पुनर्वितरण नितियों के चलते पैदा हुई थी.

खारकीव शहर ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अहम भूमिका निभाई है. खारकीव सोवियत संघ और जर्मन सेना के बीच जंग का केंद्र बना था. साल 1941 के दिसंबर महीने से लेकर जनवरी 1952 तक इस शहर में नाजी जर्मनी ने हजारों यहूदियों को मौत के घाट उतारा था.

खारकीव रूस की सीमा से ज्यादा दूर नहीं

दरअसल, खारकीव में रूस समर्थक लोगों की बड़ी संख्या मौजूद है. पहचान, बोली और रहन-सहन के मामले में खारकीव यूक्रेन का इकलौता शहर है जो रूस से मेल खाता है. खारकीव रूस की सीमा से ज्यादा दूर भी नहीं है. जानकार बताते हैं, रूस समर्थकों की बड़ी संख्या होने के चलते खारकीव को कब्जे में ले आसान साबित होगा जिसके लिए रूस हमला कर रहा है.

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज आठवां दिन है. जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, वैसे-वैसे रूस के हमले तेज होते जा रहे हैं. खारकीव में तीन स्कूल और एक चर्च हमले में तबाह हो गये हैं. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने दावा किया है कि 1 मार्च तक इस हमले में यूक्रेन में 752 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.

आपको बता दें कि इस बातचीत के लिये रूस का प्रतिनिधिमंडल बोलारूस-पोलैंड के बार्डर पर पहुंच गया है. जहां दोनों पक्षों के बीच दूसरे दौर की बातचीत होने की संभावना है.

पुतिन पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने की मांग

यूक्रेन में पिछले एक हफ्ते से हो रहे रूसी सैन्य कार्रवाई से तबाही हर रोज बढ़ती जा रही है. यूक्रेन के अन्य शहरों की तरह खारकीव में हालात बेहद खराब हैं. यूक्रेन पर रूस के ताबड़तोड़ हमलों के रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने की मांग हो रही है.

रूस के हमले के कारण युद्धग्रस्त यूक्रेन के कुछ इलाकों में लगातार खराब होते हालात के बीच भारत ने अपने नागरिकों से खारकीव से तुरंत निकलने और इसके पास ही तीन सुरक्षित स्थानों की ओर जाने को कहा है.

युद्ध के बीच भारत ने रेस्क्यू किये अपने 17 हजार नागरिक

विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध जारी होने के बाद से अब तक यूक्रेन की सीमा से करीब 17,000 भारतीय निकाल लिये गए हैं. उसने यह भी बताया कि भारतीयों को देश वापस लाने को लेकर चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’अभियान के तहत पिछले 24 घंटे में छह उड़ान भारत पहुंच चुकी हैं.

शरणार्थियों की संख्या 10 लाख पहुंचने की संभावना

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि रूस द्वारा किये गये हमले के बाद से यूक्रेन के आठ लाख 74 हजार से अधिक लोग देश छोड़कर जा चुके हैं और इस आंकड़े में ‘गुणात्मक बढ़ोतरी’ हो रही है और कुछ घंटों के बाद इसकी संख्या 10 लाख पार जाने की उम्मीद है.


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यूक्रेन के खारकीव और मारियुपोल शहर पर रूस ने बड़ा हमला किया है. साथ ही रूसी सेना ने खेरसॉन पर भी कब्जा जमा लिया है, लेकिन कीव की तरफ बढ़ रहा रूसी काफिले को यूक्रेन की तरफ से रोकने का दावा किया गया है.

विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहता है रूस

यूक्रेन की मीडिया के हवाले से बड़ी खबर आई है. रूस जेलेंस्की को हटाकर विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहता है. पूर्व राष्ट्रपति विक्टर पुतिन के करीबी माने जाते हैं. वहीं, दूसरी ओर रूस के लीक सीक्रेट दस्तावेज के मुताबिक यूक्रेन पर हमले का प्लान 18 जनवरी को तैयार हो गया था और हरी झंडी मिल गई थी. ये दस्तावेज यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने जारी किए हैं.

चीन ने रूस से बीजिंग में विंटर ओलंपिक की समाप्ति से पहले यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करने के लिए कहा था. न्यूयॉर्क टाइम्स ने बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों और एक यूरोपीय अधिकारी के हवाले से यह खबर दी है.

यूक्रेन ने रूस की सारातोव यूनिट के लगभग 80 फीसदी सैनिकों को मार गिराने का किया दावा, यूक्रेन का दावा है कि वह रूस को युद्ध में भारी नुकसान पहुंचा रहा है. यूक्रेन का कहना है कि उसने रूस की सारातोव यूनिट के 80 फीसदी जवान मार गिराये हैं.

एलेक्सी नवलनी ने किया यूक्रेन का सपोर्ट

जंग के बीच पुतिन के आलोचक एलेक्सी नवलीन ने यूक्रेन का साथ दिया है. एलेक्सी ने कहा कि रूस के लोगों को सड़कों पर उतरकर यूक्रेन के समर्थन में रैली निकालनी चाहिये और पुतिन के इस कदम का विरोध करना चाहिये.


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