जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं तेज : कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद आतंकियों ने SPO रियाज अहमद को मारी गोली, हुई मौत

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द लीडर। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकी घटनाएं तेज हो गई हैं. जम्मू-कश्‍मीर में आतंक विरोधी अभियान से आतंकी घबरा गये हैं. वे यहां आम लोगों को और पुलिसकर्मियों को निशाना बना रहे हैं. कल कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद आज आतंकियों ने पुलिस कांस्टेबल रियाज अहमद ठोकर की गोली मारकर हत्या कर दी.


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ताजा मामला पुलवामा के गुदूरा से सामने आया है. यहां आतंकवादियों ने एसपीओ रियाज अहमद थोकर और एक स्‍थानीय निवासी को गोली मारी है. इस हमले में दोनों घायल हुए और इन्हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया. अस्‍पताल में एसपीओ रियाज अहमद ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि एसपीओ रियाज अहमद को आतंकियों ने घर के बाहर गोली मार दी.

कश्मीरी पंडित कर्मचारी की गोली मारकर हत्या

इधर मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में गुरुवार को भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में स्थित एक सरकारी कार्यालय में घुसकर लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना की विभिन्न कर्मचारी संगठनों और राजनीतिक दलों ने निंदा की है.

राहुल भट (35) चादूरा के तहसील कार्यालय में प्रवासी कश्मीरी पंडितों के रोजगार के लिए दिये गये विशेष पैकेज के तहत तैनात थे और गोली लगने के बाद उन्हें तुरंत श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.

कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद प्रदर्शन

गुरुवार की रात 36 वर्षीय कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद देर रात तक प्रदर्शन होता रहा. कैम्प में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने हत्या के खिलाफ सड़क पर जाम लगाकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके साथ ही, केन्द्र सरकार के ऊपर विफलता का आरोप लगाया. कई जगहों पर कैंडल जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया.

सात महीने में दूसरे कश्मीरी पंडित की हत्या

राहुल भट गत सात महीने में दूसरे कश्मीरी पंडित हैं जिनकी हत्या आतंकवादियों द्वारा की गई है. इससे पहले प्रमुख दवा कारोबारी माखन लाल बिंदरु की छह अक्टूबर 2021 को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.


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अगस्त 2019 से लेकर मार्च 2022 के बीच जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों सहित कुल 14 अल्पसंख्यक हिंदुओं की हत्या आतंकवादियों द्वारा की गयी है. आतंकवादियों द्वारा जिन लोगों को निशाना बनाया गया है उनमें कश्मीर के विभिन्न हिस्सों के प्रमुख कारोबारी, सरपंच और ब्लॉक विकास परिषद के सदस्य शामिल हैं.

महबूबा मुफ्ती ने की घटना की निंदा

गौरतलब है कि, अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निरस्त किये जाने के बाद से कश्मीर में गैर मुस्लिमों और बाहर से आये लोगों पर हमले बढ़े हैं. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि एक और जान चली गयी तथा एक परिवार बर्बाद हुआ. मेरी संवेदना दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है. इससे पता चलता है कि कश्मीर में सामान्य हालात के दावे गलत हैं.

पीड़ित परिजनों ने जांच की मांग

मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी की आतंकवादियों ने सरकारी दफ्तर में गोली मारकर हत्या कर दी. उसके बाद उनके घर पर शोक जताने वालों का तांता लग गया. आज यानी शुक्रवार को राहुल भट का अंतिम संस्‍कार कर दिया गया. मृतक के परिजनों और रिश्तेदारों ने इस घटना की जांच की मांग की है.

आतंकवादियों ने चडूरा शहर में तहसील कार्यालय के भीतर राहुल भट नामक क्लर्क की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक के पिता बिटा भट ने जम्मू के बाहरी इलाके में दुर्गानगर स्थित अपने आवास पर कहा कि उसका (उनके बेटे का) शव तुरंत वापस किया जाना चाहिए और इस हत्या में शामिल अपराधियों की पहचान करने के लिए जांच के आदेश दिए जाएं. इस घटना के बाद भट के आवास पर शोक जताने वालों का तांता लग गया.

आतंकी कर रहे हैं टारगेट किलिंग

जम्मू-कश्मीर में अपने मंसूबों पर पानी फिरता हुआ देख अब आतंकवादी टारगेट किलिंग कर रहे हैं. रियाज अहमद पर हुआ हमला भी इसी का हिस्सा लग रहा है. घाटी में पिछले दिनों जिस तरह की किलिंग को आतंकियों ने अंजाम दिया है उससे यही लग रहा है कि आतंकी इस बार निशाना बनाकर हत्याएं कर रहे हैं.

कल कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या हुई उसके बाद आज पुलिस कांस्टेबल रियाज अहमद को निशाना बनाया. इससे पहले शनिवार को आतंकियों ने अली जान रोड स्थित ऐवा ब्रिज पर पुलिस कर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी थी.


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