टीपू सुल्तान के ज़माने की जामिया मस्जिद में मंदिर का दावा-श्रीरंगपटना बंद

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द लीडर : यूपी के काशी की ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की शाही ईदगाह के बाद अब दक्षिण भारत के कर्नाटक के श्रीरंगपटना की जामिया मस्जिद को लेकर नया बखेड़ा शुरू हो गया है. (Temple claim in Jamia Masjid)

श्रीरंगपटना जोकि 18वीं सदी में टीपू सुल्तान के शासनकाल में राजधानी रही है-वहां की जामिया मस्जिद को पर दक्षिणपंथी समूह का आरोप है कि टीपू सुल्तान ने हनुमान मंदिर तोड़कर इस मस्जिद को बनाया था.

विश्व हिंदू परिषद, बजरंगदल ने श्रीरंगपटना चलो अभियान छेड़ रखा है. सड़कों पर उतरी भीड़ ने जय श्रीराम के नारे लगाए. हालात के मद्​देनज़र मांडया ज़िले में धारा-144 लगा दी गई है. और मैसूर-बेंगलुरू हाईवे को बंद कर दिया गया. तो दूसरी तरफ दक्षिणपंथी ग्रुप के सदस्य गले में भगवा गमछा डालकर, बाइकों से मार्च करने पहुंचे और नारेबाजी की.

विवाद की आशंका पर मस्जिद के आस-पास के दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर ताला जड़ दिया है. कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने विहिप की श्रीरंगपटना चलो मुहिम को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव क़दम उठाने के निर्देश दिए हैं. (Temple claim in Jamia Masjid)

श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने राज्य सरकार के प्रतिबंधों की आलोचना करते हुए कहा कि, ‘‘मस्जिद के अंदर एक गणपति मंदिर, एक कुंड और कुआं है. वहां मस्जिद में नमाज़ पढ़ने और मदरसा संचालित करने से रोकना चाहिए. जबकि सरकार विरोध करने की कोशिश कर रही है.

मोहन भागवत ने दी है नसीहत 

ये घटनाक्रम ऐसे वक़्त में सामने आया है, जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS)प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में नसीहत दी है कि, हर रोज़ मंदिरों में शिवलिंग क्यों खोजते हो. लेकिन उसके बाद भी ये सिलसिला जारी है. तो ऐसे में मुस्लिम समुदाय अपनी इबादतगाहों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद है. (Temple claim in Jamia Masjid)

कर्नाटक में पिछले साल दिसंबर से धर्म की बुनियाद पर नफ़रत का लावा धधक रहा है. मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनकर कॉलेज आने पर रोक लगा दी गई. छात्राओं ने प्रदर्शन किया तो उनके विरोध में दूसरे समुदाय के छात्र खड़े हो गए. और वे भगवा गमछा डालकर कॉलेजों के प्रदर्शन करने लग गए. कर्नाटक में अभी भी हिजाब को लेकर मुस्लिम छात्राओं को स्कूल-कॉलेजों में प्रवेश से रोका जा रहा है.

तो उधर मस्जिद, दरगाहों पर मंदिरों के निशाने तलाशने की बेलगाम मुहिम जोर पकड़े है. अजेमर की विश्व विख्यात दरगाह ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ पर भी ये दावा हो चुका है. लखनऊ की टीले वाली मस्जिद का मामला भी कोर्ट में है.

लेकिन कर्नाटक के श्रीरंगपटना की जामिया मस्जिद को लेकर 90 के दशक में चले राम जन्मभूमि आंदोलन जैसा माहौल बनाने की कोशिश देखी जा रही है. जहां कई संगठनों ने कर्नाटक में श्रीरंगपटना चलो की कॉल दे रखी है. हालांकि सरकार ने इसे रोकने का संदेश दिया है और पुलिस उन इलाकों को बंद कर रही है, जहां विरोध या टकराव की आशंका है. (Temple claim in Jamia Masjid)

अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे हैं हमले 

कर्नाटक में ये माहौल तब है, जब अमेरिका ने कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम-2021 की रिपोर्ट जारी है. इसमें भारत में अल्पसंख्यकों की धार्मिक आज़ादी को लेकर चिंता ज़ाहिर की है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि, भारत में धार्मिक स्थलों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ रहे हैं.

अमेरिका की रिपोर्ट में कर्नाटक और यूपी का विशेष ज़िक्र किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्नाटक ने राज्य भर में चर्चों और पादरियों का सर्वे कराने का आदेश दिया था. पुलिस को एक आदेश दिया गया था कि ईर्सा धर्म चुनने वाले हिंदुओं का पता लगाने के लिए घर-घर जाकर जांच करें. रिपोर्ट में इस फ़ैसले को धार्मिक स्वतंत्रता के ख़िलाफ बताया गया है. (Temple claim in Jamia Masjid)

भारत में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके धार्मिक स्थलों को लेकर जब अमेरिका ऐसी रिपोर्ट जारी कर रहा है, जिसमें कर्नाटक के घटनाक्रमों का भी हवाला है. तब राज्य की जामिया मस्जिद को हटाने पर आतुर भीड़ को कंट्रोल करना सरकार के लिए नया चैलेंज बना है. (Temple claim in Jamia Masjid)

पैगंबर-ए-इस्लाम पर अपमानजनक टिप्पणी

इसी बीच में पैगंबर-ए-इस्लाम को लेकर भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा की अपमानजनक टिप्पणी से मुसलमानों में उबाल है. जिसके विरोध में यूपी के बरेली और कानपुर में शुक्रवार को प्रदर्शन हुए. बरेली में तो शांति रही, लेकिन कानपुर सांप्रदायिक हिंसा में झुलस गया. (Temple claim in Jamia Masjid)