कनाडा के क्यूबेक में चेल्सी एलीमेंट्री स्कूल में ग्रेड 3 की नई शिक्षिका फातिमा अनवरी को ‘हिजाब’ की वजह से नौकरी से निकाल देने पर आक्रोश फैल गया है। शिक्षिका के समर्थन में स्कूली बच्चों और स्टाफ ने अपने जज्बात दिखाने को गांधीवादी तरीका निकाला है। अनवरी की बर्खास्तगी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को छात्रों और कर्मचारियों ने हरे रंग के रिबन पहने और उनके समर्थन में तख्तियां लिखकर लगाईं। (‘Expelled’ For Wearing Hijab)
क्यूबेक में विधेयक 21 के कारण मुस्लिम शिक्षिका को जाने के लिए नौकरी छोड़ने को कहा गया, जिसमें कहा गया है कि सरकार के लिए काम करते समय धार्मिक प्रतीकों और कपड़ों को पहनना प्रतिबंधित है। पब्लिक स्कूलों के शिक्षक भी इस कानून के दायरे में आते हैं।
यह भी पढ़ें: अमेरिका में टीचर ने जबरन हटाया 7 साल की छात्रा का हिजाब
क्यूबेक ने जून 2019 में बिल को कानून में पारित किया। (‘Expelled’ For Wearing Hijab)
कानून के अनुसार, सरकारी अधिकारी, जैसे पुलिस, वकील, न्यायाधीश, बस चालक, डॉक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षक, पगड़ी या हिजाब जैसे धार्मिक प्रतीकों को नहीं पहन सकते हैं।
इस कानून से मुस्लिम महिलाएं और स्कूलों पर खासा असर पड़ रहा है, क्योंकि 74.5 प्रतिशत शिक्षक महिलाएं हैं, जिनमें मुस्लिम समुदाय से भी काफी हैं।
संघीय सांसदों ने अनवरी को हटाने और विविधता व समावेश पर केंद्रित साक्षरता परियोजना के लिए कार्यभार न सौंपने पर नाराजगी जाहिर की है। (‘Expelled’ For Wearing Hijab)
लोकप्रिय प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कहा कि किसी को भी आस्था की वजह से अपनी नौकरी गंवाने की नौबत नहीं आना चाहिए, लेकिन उन्होंने मामले में यह कहकर दखल देने से इनकार कर दिया कि वह क्यूबेक और संघीय सरकार के बीच तनाव को भड़काना नहीं चाहते।