उज्बेकिस्तान में पुलिस मुसलमानों के साथ कर रही यह ‘गंदा काम’

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इस्लाम में पुरुषों के लिए दाढ़ी रखना सुन्नत है। यही वजह है कि ज्यादातर मुल्कों के मुसलमान दाढ़ी रखते हैं और उसकी खास देखभाल भी करते हैं। भारत में कुछ अरसे पहले दाढ़ी रखने को लेकर एक सिपाही पर विभागीय कार्रवाई तब हुई, जब उसने अनुमति नहीं ली। यह तो कानूनी पेंच था, लेकिन उत्तरप्रदेश में ऐसा भी वाकया सामने आ चुका है, जब एक मुस्लिम की दाढ़ी काटने को लेकर खासा विवाद हो गया था। लेकिन उज्बेकिस्तान, जहां बहुसंख्यक आबादी मुसलमान ही है, वहां दाढ़ी को लेकर अजीबोगरीब विवाद शुरू हो गया है। कहा यह तक जा रहा है कि बाकायदा एक नीति सी बरसों से अपना ली गई है, जिसमें मुसलमानों की दाढ़ी निशाना बनी हुई है। (Uzbekistan Police With Muslims)

पिछले दिनों ताशकंद से 20 किलोमीटर दूर यांगियुल शहर में उज़्बेक पुलिस ने दर्जनों मुस्लिम पुरुषों की दाढ़ी हटवाने को मजबूर कर दिया। इस जबर्दस्ती पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने सख्त आलोचना की।

बताया जा रहा है कि हाल के सप्ताहों में शहर की पुलिस ने दर्जनों लोगों को तलब किया है और उन्हें जबरन दाढ़ी बनाने को कहा। उज्बेक मीडिया में नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर एक स्थानीय एक्टिविस्ट ने कहा कि पिछले एक महीने में यांगियुल शहर में कम से कम 22 पुरुषों को दाढ़ी बनाने के लिए मजबूर किया गया।

उन्होंने कहा कि यह मामला व्यवस्थित दिखाई देता है क्योंकि इस तरह केवल धर्मनिष्ठ मुस्लिम पुरुषों को ही अपनी दाढ़ी मुंडवाने के लिए मजबूर किया जाता है, जबकि पुलिस फैशन के लिए दाढ़ी बढ़ाने वालों को निशाना नहीं बनाती।

पुलिस ने निवासियों से यहां तक कह दिया कि दाढ़ी से आतंकवादी जैसी तस्वीर उभरती है।

यांगियुल के एक निवासी की दलील कि वे पैगंबर मुहम्मद की परंपराओं और प्रथाओं का पालन करने के इरादे से दाढ़ी बढ़ाते हैं, जबकि पुलिस कार्रवाई ने धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन करती है।

स्थानीय पुलिस ने इस तरह रिपोर्टों का खंडन करते हुए कहा कि अधिकारियों ने कभी भी पुरुषों को अपनी दाढ़ी मुंडवाने के लिए मजबूर नहीं किया। (Uzbekistan Police With Muslims)

उज्बेकिस्तान में लंबी दाढ़ी वाले पुरुषों को निशाना बनाने वाली पुलिस की रिपोर्ट हाल के वर्षों में कई बार सामने आई है, इसे देश में कट्टरपंथी इस्लाम का मुकाबला करने के तौर कार्रवाई माना जाता है।

मई में इंटरनेट पर एक वीडियो में कथित तौर पर पूर्वी शहर नमनगन में एक पुलिस अधिकारी को अपने अधीनस्थों को निर्देश दिखाया गया था कि वे मुस्लिम पुरुषों को अपनी दाढ़ी मुंडवाने को मजबूर करें। यहां तक कि प्रक्रिया का दस्तावेजीकरण को शेविंग से पहले और बाद में उनकी तस्वीरें लें।

यह भी खबरें आईं कि जून में पूर्वी अफगानिस्तान के शहर एंग्रेन में भी पुलिस ने कथित तौर पर दर्जनों मुस्लिम पुरुषों को दाढ़ी मुंडवाने के लिए मजबूर किया। (Uzbekistan Police With Muslims)

हालांकि, इस तरह की रिपोर्टों को उज्बेक अफसरों ने खारिज करते हुए कहा, कुछ मामलों में निवासियों को अपने पहचान दस्तावेजों में मौजूद तस्वीरों से मेल साफ दिखाई दे, इसलिए दाढ़ी मुंडवाने को कहा गया था।

पिछले दिसंबर में अमेरिकी विदेश विभाग ने धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के लिए उज्बेकिस्तान को विशेष अवलोकन सूची से हटा दिया था। इस सूची में देश 2018 के बाद से था।


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