द लीडर। एक बाद एक देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को झटका लग रहा है. कांग्रेस के पूर्व नेता और पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति (PPCC) के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बृहस्पतिवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है. दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में हुए कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई.
मेरी तीन पीढ़ियां कांग्रेस में रह चुकी हैं – सुनील जाखड़
इस मौके भावूक होते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि, मेरे कांग्रेस से कोई नए संबंध नहीं है. मेरी तीन पीढ़ियां कांग्रेस में रह चुकी हैं. मैंने इस परिवार को यूं ही छोड़ने का निर्णय नहीं लिया. पंजाब को धर्म, जाति आदि के आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही थी. उन्होंने यह भी कहा कि पुराना रिश्ता किसी वजह से टूटा.
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जेपी नड्डा ने सुनील जाखड़ का किया स्वागत
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, सुनील जाखड़ आज बीजेपी की सदस्यता लेकर, पार्टी में शामिल हुए हैं. मैं अपनी और बीजेपी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वागत और अभिनन्दन करता हूं.
उन्होंने कहा कि पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का प्रथम स्थान भाजपा ले रही है. इसलिए आवश्यक होता है कि राष्ट्रवादी विचार रखने वाले सभी लोग बीजेपी से जुड़ें और पार्टी को मजबूती प्रदान करें.
कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पिछले महीने कांग्रेस में सभी पदों से हटा दिये गए जाखड़ ने 14 मई को फेसबुक के जरिए देश की सबसे पुरानी पार्टी को ‘गुड लक और गुडबाय कांग्रेस’ कह दिया था.
कांग्रेस छोड़ने की घोषणा करते हुए उन्होंने दिल्ली में बैठे कुछ नेताओं, खासकर अंबिका सोनी पर हमला किया था और कहा था कि जब तक ऐसे नेताओं से कांग्रेस को मुक्ति नहीं मिलेगी, तब तक वह पंजाब में अपना जनाधार नहीं बना सकती.
अंबिका सोनी ने कही थी ये बात
बता दें कि पंजाब में अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सोनी ने ही पिछले साल कहा था कि कांग्रेस को किसी सिख नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. खुद जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे.
तीन बार पंजाब विधान सभा के सदस्य रह चुके सुनील जाखड़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोक सभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ के पुत्र हैं. बलराम जाखड़ मध्य प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं.
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