आज़म ख़ान को सुप्रीमकोर्ट से अंतरिम ज़मानत, आज शाम या शुक्रवार को आ सकते हैं जेल से बाहर

0
559
Azam Khan Interim Bail
आज़म ख़ान.

द लीडर : रामपुर के विधायक आज़म ख़ान को सुप्रीकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीमकोर्ट ने उन्हें अंतरिम ज़मानत दे दी है. अौर इसी के साथ दो साल से ज़्यादा समय से जेल में बंद आज़म ख़ान की रिहाई का रास्ता साफ हो गया है. उम्मीद है कि आज शाम या फिर शुक्रवार को आज़म ख़ान जेल से बाहर आ जाएंगे. उच्चतम न्यायालय ने आज़म ख़ान को दो सप्ताह के दरम्यान संबंधित अदालतों के समक्ष स्थायी ज़मानत के लिए आवेदन करने की छूट भी दी है. स्पष्ट आदेश के साथ कि नियमित ज़माानत का फ़ैसला होने तक उनकी अंतरिम ज़मानत जारी रहेगी. ये आज़म ख़ान और उनके परिवार-समर्थक और शुभचिंतकों के लिए बड़ी राहत की बात है. (Azam Khan Interim Bail)

आपको बता दें कि आज़म ख़ान को 88 मामलों में पहले ही ज़मानत मिल चुकी है. और 89वें मामलें में उनका नाम चंद रोज़ पहले ही खोला गया था. इसलिए इस मामलें में सुप्रीमकोर्ट ने ही उन्हें अंतरिम ज़मानत दी है.

दिलचस्प तथ्य ये है कि शत्रु संपत्ति के 88वें मामलें में भी हाल ही में आज़म ख़ान को ज़मानत मिली है. हाईकोर्ट ने क़रीब 130 दिन तक इस मामले में अपना फ़ैसला सुरक्षित रखा था. और बाद में सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद ज़मानत पर फ़ैसला सुनाया था.


इसे भी पढ़ें-पूर्व पीएम राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी की रिहाई और गुजरात से हार्दिक पटेल का कांग्रेस से इस्तीफ़ा


 

लेकिन इसी बीच आज़म ख़ान का नाम एक और मामले में खोल दिया गया और उनके बाहर आने का रास्ता फिलहाल के लिए बंद हो गया था. चूंकि सुप्रीमकोर्ट ने आज़म ख़ान की ज़मानत को लेकर सख्त टिप्पणी की थी. ये कहते हुए कि एक मामले में उन्हें ज़मानत मिलती है तो दूसरा केस दर्ज हो जाता है. एक के बाद एक केस, ऐसा कब तक चलेगा. (Azam Khan Interim Bail)

राज्य सरकार ने आज़म ख़ान की ज़मानत का सुप्रीमकोर्ट में विरोध किया था. इस दावे के साथ कि वे वह अादतन अपराधी है भू-माफिया हैं. सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में इस आशय से एक हलफनामा भी दिया था.

इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीमकोर्ट ने अपना फ़ैसला सुरक्षित कर लिया था, जिस पर आज फ़ैसला आया है, तो आज़म खान को बड़ी राहत मिली है.

आज़म ख़ान जब जेल गए थे, उस वक्त वह सांसद थे. हाल का विधानसभा चुनाव उन्होंने जेल से लड़ा है. और जीता. इसके बाद लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. और अब रामपुर शहर विधायक हैं.

चुनाव के बाद से ही आज़म ख़ान और अखिलेश यादव के बीच मतभेद उभरकर सामने आए हैं और ये संभावना जताई जा रही है कि आज़म ख़ान और समाजवादी पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं. जेल से बाहर आने के बाद इस पर फ़ैसला लेंगे. चूंकि अब आज़म ख़ान जेल से बाहर आ रहे हैं तो यूपी की राजनीति में एक बार फिर से हलचल देखने को मिल सकती है. ख़ासतौर से समाजवादी पार्टी का रिएक्यान या उसके अंदर क्या गहमागहमी रहती है-ये भी दिलचस्प होगा. (Azam Khan Interim Bail)

जिस तरह से आज़म ख़ान के मीडिया प्रभारी फसाहत-शानू अखिलेश यादव और सपा पर निशाना साध चुके हैं. उससे इतना तो स्पष्ट हो चुका है कि आज़म ख़ान नई सपा से किस कदर नाराज़ हैं और नाराजगी फिलहाल हल्के-फुल्के गुस्से तक थमने वाली नहीं है. क्योंकि मुलायम परिवार में पहले से ही राजनीतिक फूट है और शिवपाल सिंह यादव, आज़म ख़ान के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं.


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)