द लीडर हिंदी, लखनऊ। पेगासस जासूसी विवाद को लेकर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. सपा ने भी केंद्र सरकार पर अपना हमला तेज कर दिया है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कथित जासूसी कांड में जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) जांच की मांग कर डाली है. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना भी साधा.
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सपा जासूसी के सख्त खिलाफ है- अखिलेश
अखिलेश ने सोमवार को कहा कि, सपा जासूसी के सख्त खिलाफ है. यह जानना जरूरी है कि बीजेपी को लोगों का भारी समर्थन हासिल है, उसके बाद भी जासूसी कराने की बीजेपी को क्यों जरूरत पड़ी. हम इस जासूसी के लिए जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) की मांग करते हैं.
समाजवादी पार्टी जासूसी के सख़्त ख़िलाफ़ है। यह जानना ज़रूरी है कि भाजपा को लोगों का भारी समर्थन हासिल है, उसके बाद भी जासूसी कराने की भाजपा को क्यों ज़रूरत पड़ी। हम इस जासूसी के लिए जेपीसी(ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) की मांग करते हैं: सपा नेता अखिलेश यादव, पेगासस मामले पर pic.twitter.com/ca4wJ8CQeC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2021
संसद में हंगामा
उधर, इस मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा भी हुआ. विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दूसरी बार दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
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कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों तथा अन्य मुद्दों पर सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सभापति के आसन के समीप आ गए. उनके हाथों में तख्तियां थीं.
हंगामा कर रहे सदस्यों को वापस अपने स्थानों की ओर लौटने का अनुरोध करते हुए उपसभापति ने कहा कि, प्रश्नकाल बहुत महत्वपूर्ण है. आप सभी उच्च सदन के सदस्य हैं. सदन की गरिमा के अनुकूल आचरण करें. हालांकि उनका यह प्रयास विफल रहा और नारेबाजी नहीं थमी.
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