धूम्रपान हराम, इस्लामी विद्वानों ने दिया फतवा

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पाकिस्तान स्थित सोसाइटी फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ द राइट्स ऑफ द चाइल्ड (स्पार्क) द्वारा सीआईआई के साथ हाल ही में हुए एक सम्मेलन में इस्लामिक आइडियोलॉजी काउंसिल (CII) ने फतवा जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि मानव स्वास्थ्य पर धूम्रपान के कई नकारात्मक प्रभावों के आधार पर यह ‘अस्वीकार्य’, अवांछनीय और गैरकानूनी है। (Smoking Is Haraam Fatwa)

सम्मेलन के प्रतिभागियों को धूम्रपान के घातक प्रभावों के बारे में भी शिक्षित किया गया। सम्मेलन में बताया गया कि सिगरेट न केवल धूम्रपान करने वालों के लिए हानिकारक है, बल्कि उन लोगों को भी प्रभावित करता है जो सिगरेट के धुएं के संपर्क में आते हैं।

संसदीय कार्य राज्य मंत्री अली मोहम्मद खान ने भी धूम्रपान के खतरों से आगाह किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जैसे युवा देश में अत्यधिक धूम्रपान के प्रभाव वास्तव में आबादी की औसत उम्र घटने के रूप में सामने आएगी। तंबाकू से हृदय रोग, फेफड़े और लगभग सभी प्रकार के कैंसर जैसी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ेंगी। खान ने इस बात पर भी जोर दिया कि तंबाकू की खपत को नियंत्रित करने की नीतियों को भी तुरंत संशोधित करने की जरूरत है।

CII के अध्यक्ष ने कहा, धूम्रपान के खतरों को ध्यान में रखते हुए CII और सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख इस्लामी विद्वानों ने सहमति व्यक्त की कि धूम्रपान को उन गतिविधियों की श्रेणी में शामिल किया गया है, जिन्हें इस्लामिक कानून के अनुसार बंद किया जाना चाहिए। (Smoking Is Haraam Fatwa)

सम्मेलन में तंबाकू मुक्त पाकिस्तान अभियान के नेता मलिक इमरान अहमद का तर्क है कि पाकिस्तान तंबाकू नियंत्रण कार्यान्वयन के लिए कमजोर साबित हुआ है, जिसका नतीजा है कि देश के युवाओं पर सबसे संवेदनशील प्रभाव देख सकते हैं। डेटा से पता चलता है कि पाकिस्तान में छह से 15 साल की उम्र के बीच के 1200 बच्चों ने हर दिन धूम्रपान करना शुरू कर दिया है। सालाना 1 लाख 70 हजार मौतों की संख्या धूम्रपान से संबंधित है।

उन्होंने यह भी कहा कि 2019 में अकेले पाकिस्तान में धूम्रपान से संबंधित बीमारी या मृत्यु के कारण अर्थव्यवस्था का नुकसान 615.07 बिलियन रुपए तक पहुंच गया, जो कि तंबाकू उद्योग से हासिल कुल टैक्स काफी कम है। तंबाकू सेवन से सरकर को 2019 में केवल 120 बिलियन रुपए टैक्स है। (Smoking Is Haraam Fatwa)

इसके बाद उन्होंने सरकार से सीआईआई की सिफारिशों को गंभीरता से स्वीकार करने के लिए कहा और उम्मीद की जा रही है कि तंबाकू उत्पादों की बिक्री को अवैध घोषित करके धूम्रपान को खत्म करने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएंगे।


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