यूपी के इंजीनियर की पोती वनिता गुप्ता बनीं अमेरिका की पहली अश्वेत एसोसिएट अटॉर्नी जनरल 

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वाशिंगटन

भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक 46 वर्षीय वनिता गुप्ता ने इतिहास रच दिया है। अमेरिकी संसद ने एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर उनके नाम की पुष्टि कर दी है। अमेरिकी न्याय विभाग में यह तीसरा सबसे शक्तिशाली पद है। सीनेट में 49 के मुकाबले 51 मत पाकर ओबामा प्रशासन के दौरान न्याय विभाग में अपनी सेवाएं दे चुकी वनिता गुप्ता ये पद पाने वाली पहली अश्वेत महिला बन गई हैं। वनिता के दादा  फूल प्रकाश उत्तरप्रदेश में इंजीनियर थे, पिता राजीव अमेरिका में जा बसे थे।
मतदान से पहले राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्होंने ‘बहुत ही दक्ष और सम्मानित’ भारतीय मूल की वकील वनिता गुप्ता को नामित किया है, जिन्होंने अपना पूरा करियर नस्ली समानता व न्याय की लड़ाई में खपाया है। वनिता का विरोध करने वाली रिपब्लिकन पार्टी की ही महिला नेता लिसा मुर्कोव्स्की ने बाइडन के उम्मीदवार के पक्ष में अपना मत देकर उनके नाम पर मुहर लगा दी।
विनीता ने पहले रिपब्लिकन नेताओं की आलोचना की थी इसलिए पार्टी ने उनके नाम का विरोध किया लेकिन रिपब्लिकन नेता मुर्कोव्स्की ने उन्हें वोट देते हुए कहा मुझे लगता है कि वनिता गुप्ता निजी तौर पर अन्याय का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध रही हैं। बता दें कि यदि वे गुप्ता के पक्ष में मत नहीं देते तो 100 सदस्यीय सीनेट में भी उनका मामला टाई होकर रह जाता।
वनिता गुप्ता के नाम पर सीनेट की मुहर लगने के बाद सबसे पहले राष्ट्रपति जो बाइडन ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के बतौर सेवा देने के लिए पहली अश्वेत महिला को इतिहास रचने पर बधाई। अब, मैं सीनेट से क्रिस्टन क्लार्क के नाम की भी पुष्टि करने की अपील करता हूं। दोनों बेहद योग्य हैं, अति सम्मानित वकील हैं जो नस्ली समानता एवं न्याय को बेहतर बनाने के प्रति समर्पित हैं। भारतवंशी वनिता गुप्ता पहली नागरिक अधिकार वकील भी हैं जो न्याय मंत्रालय के शीर्ष तीन पदों में से एक पर सेवा देंगी। सीनेट के प्रमुख नेता चक शूमर ने उनके नाम की पुष्टि में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा वे हमारी संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसी में लंबे समय से अपेक्षित नजरिया लाएंगी।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर को नामांकन के लिए यह विशेष प्रस्ताव लाना पड़ा क्योंकि सीनेट की न्यायिक समिति में 25 मार्च को गुप्ता के नामांकन पर मतदान हुआ था और पक्ष एवं विपक्ष में 11-11 वोट पड़े थे. ऐसे में नामांकन की प्रक्रिया को पूर्ण करने प्रस्ताव में सीनेट के सभी सदस्यों को मतदान करना था। 100 सदस्यीय सीनेट में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के 50-50 सदस्य हैं।

यूपी के इंजिनियर फूल प्रकाश को पोती है विनीता गुप्ता

वनिता के दादा फूल प्रकाश गुप्ता और पिता राजीव लोचन महावीर गंज के निवासी हैं। महावीर गंज का दाऊजी मंदिर कोठीवाल परिवार से संबंधित है। फूल प्रकाश उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता के रूप से रिटायर हुए थे। वनिता के पिता राजीव लोचन 40 साल पहले अमेरिका चले गए थे, वो वहां एक बड़ी कंपनी में सीईओ के रूप में कार्यरत हैं। वनिता की बहन अमिता भी अपने माता-पिता के साथ अमेरिका में ही रहती हैं। वनिता अमेरिका की सम्मानित मानवाधिकार वकीलों में से एक हैं
वनिता गुप्ता सिविल राईट्स वकील और अमेरिकी सिविल लिबर्टी यूनियन की सर्वोच्च वकील हैं। वह इस पद पर नियुक पाने वाली पहली दक्षिण एशियाई महिला हैं।
गुप्ता का जन्म फिलाडेल्फिया में हुआ था। वह एक भारतीय-अमेरिकी है, लेकिन ज्यादातर इंग्लैंड और फ्रांस में पली थीं। वह येल और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल से स्नातक पूरा चुकी हैं। 2001 में लॉ स्कूल से स्नातक की शिक्षा पूरी कर चुकी हैं।

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