द लीडर | केंद्र सरकार ने कहा है कि जिन जिलों में कोविड संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से कम है, वे स्कूल खोलने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं. लेकिन इस पर राज्य सरकारों को निर्णय लेना होगा. नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा कि देश में महामारी की स्थित में सुधार हुआ है और कोविड-19 के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि स्कूल खोलने की दिशा में सरकार का विश्वास और मजबूत हुआ है.
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह खुले हैं. जबकि 16 राज्यों में ज्यादातर उच्चतर कक्षाओं के लिए स्कूल पुनः खोले गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि टीकाकरण के “व्यापक” अभियान के बाद मंत्रालय ने स्कूल खोलने के लिए दिसंबर में संशोधित दिशा निर्देश जारी किये थे.
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दो भागों में तैयार किए गए दिशानिर्देश
- पहला भाग- स्कूल फिर से खोलने के लिए स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा पहलू
- दूसरा भाग- सोशल डिस्टेंसिंग सीखना
स्कूल फिर से खोलने के दिशानिर्देश
- स्कूलों में उचित सफाई और स्वच्छता सुविधाओं को सुनिश्चित करने के साथ निगरानी करना
- सीटिंग प्लान में छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखना
- स्टाफ रूम, ऑफिस एरिया, असेंबली हॉल और अन्य कॉमन एरिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना
- सभी छात्रों और कर्मचारियों को फेस मास्क पहनना जारी रखना चाहिए
दिल्ली, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और महाराष्ट्र, बिहार सहित देश के कई राज्यों ने स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी है और यहां स्कूल खुल रहे हैं. स्कूलों को खोलने के फैसले पर आज डीडीएमए की बैठक होगी और इस बैठक में तय होगा कि स्कूल खोले जाएं या नहीं.
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