Purvanchal Expressway: पीएम मोदी आज करेंगे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन, जानें कैसे एक्सप्रेस-वे से बदलेगी यूपी की तकदीर

द लीडर। यूपी की जनता को आज पीएम मोदी बड़ी सौगात देने जा रहे है. जी हां अब प्रदेशवासी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भर सकेंगे. क्योंकि आज पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर इसे जनता को समर्पित करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के लिए उत्तर प्रदेश आ रहे हैं. पीएम मोदी लॉकहिड मार्टिन सी-130 हेरकयूलिस से दोपहर डेढ़ बजे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लैंड करेंगे. प्रधानमंत्री की अगुवायी के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे. वहीं, पीएम मोदी 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन के बाद भाषण भी देंगे. बता दें, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे योगी आदित्यनाथ का मेगा प्रोजेक्ट है. वहीं, जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी के भाषण के बाद करीब आधे घंटे का एयर शो भी होगा. जिसमें देश के फाइटर जेट अपने देश का दम ख़म दिखायेंगे.


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लड़ाकू विमान एयर-शो के जरिये दिखाएंगे पराक्रम

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होने के साथ ही एक्सप्रेस-वे पर बने रन-वे पर इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू विमान एयर-शो के जरिये अपने पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन करेंगे, जिसके लिए एक्सप्रेस-वे पर सुल्तानपुर में कुरेभार गांव के पास 3.2 किलोमीटर लंबा रन-वे बनाया गया है. फाइटर एयरक्राफ्ट सुखोई, जगुआर और मिराज फ्लाईपास्ट करेंगे. दोपहर 2.40 बजे एयर शो शुरू होगा.

 

ऐसा कहा जा रहा है कि, पूर्वांचल एक्सप्रेस से विकास की गाड़ी सरपट भागेगी. 341 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे के चालू होने का इस क्षेत्र के लोगों को बेसब्री से इंतजार था. इसके चालू होने के बाद न सिर्फ लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा का समय कम हो जाएगी, बल्कि इस इलाके की तस्वीर भी पूरी तरह से बदल जाएगी. 22 हजार 500 करोड़ रुपये में यह 6 लेन का एक्सप्रेस वे रिकॉर्ड 36 महीने में बनकर तैयार किया गया है.


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सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे

आइए इसकी खासियत बताते हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेस पर साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी है. इसका इस्तेमाल युद्धकाल में आपात स्थिति में किया जा सकता है. लड़ाकू विमान इस हवाई पट्टी पर आसानी से लैंड और टैक ऑफ कर सकता है. इसकी कुछ बानगी आज दिखाई जाएंगी. पूर्वांचल एक्सप्रेस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसलिए इसके उद्धाटन को योगी सरकार इतने बड़े मेगा शो पर तब्दील करना चाहती है, ताकि इसका संदेश यूपी के हर वोटर तक जाए.

पूर्वांचल एक्सप्रेस की 5 बड़ी खासियत

  • पूर्वांचल एक्सप्रेस की कुल लंबाई 341 किलोमीटर है, इस पूर्वांचल एक्सप्रेस पर साढ़े तीन किलोमीटर हवाई पट्टी का निर्माण किया गया है
  • पूर्वांचल एक्सप्रेस के चालू होने के बाद लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा का समय अब 10 घंटे की जगह सिर्फ साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी
  • पूर्वांचल एक्सप्रेस को रिकॉर्ड 36 महीने में तैयार किया गया है. इस पर कुल 22 हजार 435 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेस से उत्तर प्रदेश के 9 जिले जुड़ेंगे
  • पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर 18 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. 7 रेलवे ओवर ब्रिज है. 7 लंबे बुल है. 118 छोटे पुल है और 271 अंडर पास है
  • एक्सप्रेस-वे से नौ जिले जुड़ेंगे ये जिले हैं- लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर. लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर चांद सराय गांव से शुरू होकर यूपी के नौ जिलों को जोड़ता हुए ये एक्सप्रेसवे पूर्वांचल की जान बनेगा और गाजीपुर के हैदरिया गांव पर खत्म होगा. जिस यात्रा में दस घंटे लगते थे अब वहीं गाजीपुर से लखनऊ की दूरी सिर्फ 3.5 घंटे की रह जाएगी.

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एक्सप्रेस-वे के निकट के 10 किलोमीटर की दूरी तक के गांवों को कनेक्ट किया जा रहा है. यह किसानों के लिए भी फायदेमंद होगा. जो अपनी उपज को सीधे राज्य की राजधानी में ला सकेंगे. एक्सप्रेसवे के किनारे व्यवसायिक गतिविधियों में तेजी आएगी. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए वाहनों को 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक स्पीड से चलाने की अनुमति दी जाएगी. एक्सप्रेसवे पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है. पशुओं को रोकने के लिए एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ फेंसिंग की गई है. एक्सप्रेस वे पर लगातार पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था है. यहां बनने वाली पुलिस चौकियों के साथ हेलिपैड भी बनाया जाएगा.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर टोल नहीं

एक्सप्रेसवे पर आठ पेट्रोल पंप की योजना है. चार जगहों पर सीएनजी स्टेशन बनाए जाने हैं. बैटरी चार्जिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक सबस्टेशन की भी योजना है. किनारे पर 4.50 लाख वृक्ष लगाए जा रहे हैं. हर 500 मीटर पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का इंतजाम. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर फिलहाल टोल नहीं है लेकिन 11 जगहों पर टोल बूथ बनाए गए हैं.


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एक्सप्रेसवे बनाने में खर्च हुए इतने करोड़ रुपये

बताते चले इस पूरे 341 किलोमीटर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बनाने में क़रीब 22 हज़ार 495 करोड़ रूपये खर्च हुए है. इस हाईवे से राज्य के नौ ज़िले (लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आज़मगढ़, मऊ और ग़ाज़ीपुर) जुड़े हैं.

अखिलेश यादव ने लगाया ये आरोप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगभग 23,000 करोड़ की लागत से बने एक्सप्रेस वे के सुल्तानपुर जिले में उद्गघाटन से पहले ही राजनीति शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज प्रेस कांफ्रेस कर बीजेपी पर निशाना साधा. पूर्व सीएम ने बीजेपी पर उनकी सरकार की योजनाओं को चोरी करने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्विटर के माध्यम से बीजेपी पर सपा के कार्यकाल की योजनाओं को नया नाम देकर क्रेडिट चुराने का आरोप लगाया. उन्होंने इसी एक्सप्रेस वे का बीजेपी से पहले उद्घाटन करने का दावा किया. सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ट्वीट करते हुए उन्होंने इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन दिसंबर 2016 मे उनकी सरकार के कार्यकाल में हुआ ऐसा बताया. उन्होंने उसी ट्वीट में आगे लिखा कि कुछ लोग अपना राज बस ऐसे ही गुज़ारते हैं ‘दूसरों’ की पट्टी पर अपना जहाज़ उतारते हैं.


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