इमरान खान को हटाए जाने को लेकर पाकिस्तान में विरोध, समर्थक बोले- ‘WE WANT IMRAN KHAN BACK’

0
664

द लीडर। प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान को हटाने के फैसले ने पाकिस्तान को अनिश्चित राजनीतिक संकट पर खड़ा कर दिया है, जिसके विरोध में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं।

इमरान खान पहले पाकिस्तानी प्रधान मंत्री हैं जिन्हें 13 घंटे के संसदीय सत्र के दौरान अविश्वास मत से पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद उनके समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया।

शहरभर में झंडे लहराकर की नारेबाजी

रमजान के पवित्र महीने के दौरान मुस्लिम रोजाना सुबह से शाम तक उपवास खत्म होने के बाद रविवार की रात को हजारों खान समर्थकों ने पाकिस्तान भर के शहरों में पार्टी के झंडे लहराए और नारेबाजी की। इमरान खान के समर्थकों की रीढ़ बनाने वाले युवाओं ने भीड़ पर अपना दबदबा बनाया।


यह भी पढ़ें: जानिए क्यों मुस्लिम दंपति ने किया धर्म परिवर्तन का ऐलान, सीएम दरबार तक पहुंचा मामला

 

वहीं दक्षिणी अरब सागर बंदरगाह शहर कराची में 20,000 से अधिक लोगों ने इमरान खान की सत्ता में वापसी की मांग करते हुए नारे लगाए। वहीं राजधानी इस्लामाबाद में भी हजारों समर्थकों की रोशनी से रात का आसमान जगमगा उठा। इमरान खान ने रविवार रात अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया, “इतनी भीड़ हमारे इतिहास में इतनी अनायास और इतनी संख्या में कभी नहीं आई।”

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री एवं पार्टी अध्यक्ष इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के खिलाफ लाहौर के लिबर्टी चौक पर एक रैली निकाली।

रैली के दौरान महिलाओं और बच्चों समेत कई समर्थकों ने खान के साथ एकजुटता दिखाई। फैसलाबाद, मुल्तान, गुजरांवाला बेहारी, झेलम और गुजरात जिलों सहित पंजाब प्रांत के अन्य हिस्सों से भी बड़ी सभाएं होने की खबर है।

इस्लामाबाद और कराची में भी PT समर्थकों की बड़ी भीड़ उमड़ी। इमरान खान के आह्वान पर रविवार रात नौ बजे के बाद अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, जो कई घंटों तक जारी रहे। इससे पहले खान ने रविवार सुबह ट्वीट किया था.


यह भी पढ़ें:  जन्मदिन: आज 170 साल बाद फिर समाज को एकजुट करने वाले ज्योतिबा फुले की जरूरत है

 

पाकिस्तान में शासन परिवर्तन में विदेशी ताकतों के खिलाफ “आज स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत करें। उन्होंने हमेशा लोग ही अपनी संप्रभुता तथा लोकतंत्र की रक्षा करते हैं। इमरान खान ने एक अन्य ट्वीट में, लाहौर रैली की तस्वीर साझा की और कहा कि, उन्होंने इतनी संख्या में लोगों का जमावड़ा कभी नहीं देखी इस प्रदर्शनों का नेतृत्व PTI के स्थानीय नेतृत्व ने किया।

शहबाज शरीफ के खिलाफ भी लगाए नारे

इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता एवं समर्थक अमेरिका के खिलाफ नारे लगा रहे थे। खान ने अपनी सरकार को हटाने के पीछे अमेरिका का हाथ होने का दावा किया है। वे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ के खिलाफ भी नारे लगा रहे थे, जिनके सोमवार को देश का नया प्रधानत्री बनने की संभावना है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के खिलाफ भी नारेबाजी की गई।

प्रदर्शनकारियों में से अधिकतर ने हाथ में तख्तियों ले रखी थी, जिन पर लिखा था “आयातित सरकार स्वीकार्य नहीं है।” यह “आयातित सरकार स्वीकार्य नहीं है सोमवार तड़के तक 27 लाख से अधिक ट्वीट के साथ पाकिस्तान में ट्विटर पर ‘ट्रेंड’ भी कर रहा था।

पूर्व संघीय मंत्री और पीटीआई की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी ने एक ट्वीट में कहा, “पाकिस्तान और विदेशों से इस तरह के अद्भुत दृश्य पाकिस्तानियों ने अमेरिकी शासन परिवर्तन को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि आयातित सरकार स्वीकार्य नहीं है मेरी पसंदीदा तख्तियों में से है।


यह भी पढ़ें:  मुंबई के बाद गुजरात में मिला कोरोना का XE वेरिएंट : जारी किया गया अलर्ट