बरेली में प्रधान हाफिज इसहाक की हत्या का दरगाह आला हजरत से विरोध

0
465

द लीडर. चुनावी रंजिश में ग्राम प्रधान बनने से पहले ही हाफिज मुहम्मद इसहाक रजवी के कत्ल का एलान वोटों की गिनती के दौरान कर दिया गया था लेकिन मृतक के साथ ही उनके समर्थकों ने भी इसे हल्केपन से लिया. लिहाजा पत्नी के साथ अकेले लौट रहे प्रधान को घात लगाए हमलावरों ने गोलियों से भून दिया. सिर को टारगेट करके फायरिंग करने से प्रधान की मौके पर ही मौत हो गई. पत्नी जख्मी है.

 


यह भी पढ़ें- #UP में पंचायत चुनाव के बाद रंजिश का सिलसिला शुरू, बरेली में प्रधान की गोली मार कर हत्या


यूपी के जिला बरेली में परगवां गांव की इस दुस्साहसिक वारदात को लेकर दरगाह आला हजरत से भी नाराजगी का इजहार किया गया है. सज्जादानशीन मुफ्ती मुहम्मद अहसन रजा कादरी के हुक्म पर एक प्रतिनिधिमंडल ने गांव का दौरा करके ग्राम प्रधान के घरवालों को दुख की इस घड़ी में साथ खड़े होने का यकीन दिलाया. साथ ही पुलिस के अफसरों से कत्ल में नामजद सभी आरोपितों की गिरफ्तारी और उन पर गैंगेंस्टर लगाने की मांग की है.


यह भी पढ़ें- सोशल मीडिया पर धूम मचा रही अली जफर की जिक्र-ए-मेराज पर कव्वाली


मामला दो संप्रदायों के बीच का होने के सबब गांव में पीएसी को भी तैनात किया गया है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही है. दरगाह से परगवां गए प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करने वाले टीटीएस संगठन के जिलाध्यक्ष मंजूर खां का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना चाहिए. कानून के राज में इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं. पूर्व प्रधान मोहर सिंह और उसके साथियों पर पुलिस को शिकंजा कसना होगा, जिससे कि मृतक प्रधान के घरवालों को इंसाफ मिल सके.


यह भी पढ़ें- जानिए इंतिफादा क्या है? फिलिस्तीनी इस तरह करते हैं इस्राइली जियनवादी शासकों से मुकाबला


प्रधान के बारे में जानकारी मिली है कि वह मदरसे में बच्चों को दीनी तालीम देते थे और इमामत भी करते थे. पहली बार प्रधानी के चुनाव में हिस्सा लिया था. गांव में रहने वाले युनूस ने बताया कि पूर्व प्रधान मोहर सिंह से उनकी रंजिश वोट कटवा देने के बाद से ही हो गई थी. आरोप है कि गांव में रहने वाले 100 मुस्लिम मतदाताओं के वोट वोटर लिस्ट से कटवा दिए गए थे. मृतक प्रधान की कोशिशों के बाद ये वोट फिर से जुड़ गए.


यह भी पढ़ें- कैसे 2500 साल में बना यहूदी देश इस्राइल, जिसने फिलिस्तीन को निगल लिया, जानिए पूरा सिलसिला


जब क्यारा ब्लाक में वोटों की गिनती हो रही थी, तभी हाफिज मुहम्मद इसहाक को धमकी दी गई थी कि जीत गए तो 15 दिन के भीतर ही मार दिए जाओगे. प्रधान ने धमकी को गंभीरता से नहीं लिया. 59 वोट से चुनाव जीतने के बाद हाफिज मुहम्मद इसहाक बेफिक्र हो गए. पुलिस ने पूर्व प्रधान मोहर सिंह को घटना वाले दिन गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. शेष आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं. आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने भी परगवां पहुंचकर ग्राम प्रधान की नमाज-ए-जनाजा में शिरकत की. घरवालों को हर मुमकिन मदद का यकीन दिलाते हुए घटना पर अफसोस जताया.

(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here