चारधाम के ऑनलाइन दर्शन कराएगी सरकार, 14 को खुलेंगे यमुनोत्री के पट

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द लीडर देहरादून।

इस साल भी कोरोना की वजह उत्तराखंड में चारधाम यात्रा स्थगित है इसलिए उत्तराखंड सरकार चारधाम के वर्चुअल दर्शन कराने की तैयारी कर रही है। पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज का सुझाव मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मान लिया है।
यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन के इच्छुक देश विदेश के श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह को छोड़कर बाकी मंदिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन और ऑडियो के माध्यम से पूजा अर्चना कर सकेंगे।
गुरुवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन को पत्र लिखकर ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा स्थगित करने का फैसला लिया है। श्रद्धालुओं की भावना का आदर करते हुए चल वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। लोग पूजा-पाठ और भोग लगाने के साथ आरती भी कर सकेंगे।
उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग और बुधवार को कैंची धाम में बादल फटने की घटना पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने दुख जताया। उन्होंने निदेशक मौसम विज्ञान केन्द्र देहरादून को कहा है कि रडारों की क्रियाशीलता से अवगत कराना सुनिश्चित करें। महाराज ने कहा कि कैंची धाम के घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम राहत बचाव का कार्य कर रही है।

आज से खुलने लगेंगे कपाट

अक्षय तृतीया पर इस वर्ष यमुनोत्री के द्वार 14 मई को अपराह्न 12 बजकर 15 मिनट पर खोले जाएंगे । उसी क्रम में 15 मई प्रातः सात बजकर 31 मिनट पर मां गंगा के द्वार खुलेंगे। 14 मई को अक्षय तृतीय पर सुबह सवा नौ बजे यमुनाजी की डोली खरसाली से चलकर यमुनोत्री पहुंचेगी। तब कर्क लग्न अभिजित मुहूर्त पर विशेष पूजा अर्चना के साथ कपाट खोले जाएंगे। 14 मई 11 बजकर 45 मिनट पर पूजा अर्चना के बाद गंगा मां की भोग मूर्ति डोली की यात्रा मुखवा से गंगोत्री के लिए प्रस्थान की जाएगी। जो कि शाम को भैरव घाटी के आनंद भैरव मंदिर में विश्राम कर अगले दिन 15 मई को गंगोत्री को प्रस्थान करेगी और प्रातः मिथुन लग्न और मृगशिरा नक्षत्र पर विशेष पूजा अर्चना के साथ मां गंगोत्री के द्वार खोले जाएंगे।
अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त इस वर्ष 14 मई 2021 शुक्रवार को सुबह पांच बजकर 38 मिनट से 15 मई को शनिवार के दिन सुबह सात बजकर 59 मिनट तक रहेगा।
14 मई को बाबा केदार की पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर उखीमठ से विशेष शुभ मुहूर्त पर प्रस्थान करेगी और रात्रि फाटा में विश्राम करेगी। 15 मई को रात्रि गौरीकुंड में प्रवास करेगी। 16 मई को केदारनाथ की उत्सव डोली बाबा केदार पहुंचेगी। 17 मई को प्रातः ब्रह्ममुहूर्त पर विशेष पूजा अर्चना के साथ सुबह पांच बजे बाबा केदारनाथ के कपाट खोले जाएंगे। इसमें उत्तराखंड सरकार व जिला प्रशासन, चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सदस्य, हकहकूकधारी, तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज उपस्थित रहेंगे।
बदरीनाथ की विशेष डोली पांडुकेश्वर से 17 मई को विशेष मुहूर्त पर चलकर बदरीनाथ धाम पहुंचेगी और 18 मई को प्रातः विशेष पूजा अर्चना के साथ चार बजकर 15 मिनट पर नर पूजा के लिए भगवान बदरीनाथ कपाट खोले जाएंगे।

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