देश में अगले हफ्ते से मिलने लगेगी स्पूतनिक-वी वैक्सीन

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द लीडर।देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच गुरुवार को नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि भारत के बाजार में अगले हफ्ते से स्पुतनिक-वी वैक्सीन की बिक्री शुरू हो जाएगी। वहीं उन्होंने एक और बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि जुलाई से इस वैक्सीन का उत्पादन भी भारत में शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एफडीए, डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित कोई भी वैक्सीन की कंपनी भारत आ सकती है। आयात लाइसेंस 1-2 दिनों के भीतर दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोई भी आयात लाइसेंस लंबित नहीं है।

 

देश में कोरोना वायरस और टीकाकरण की स्थिति को लेकर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा कि भारत में कोविड वैक्सीन की लगभग 18 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं। अमेरिका में यह संख्या लगभग 26 करोड़ है। इस तरह भारत इसमें तीसरे स्थान पर है। इसके बाद आपूर्ति भी आगे बढ़ेगी। इसका उत्पादन जुलाई में शुरू होगा और अनुमान है कि उस अवधि में 15.6 करोड़ खुराक का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में स्पुतनिक v वैक्सीन आ गई है। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि हमें उम्मीद है कि यह अगले सप्ताह बाजार में उपलब्ध होगी। हमें उम्मीद है कि वहां (रूस) से सीमित आपूर्ति की बिक्री अगले सप्ताह शुरू होगी।

एफडीए, डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित कोई भी टीका भारत आ सकता है। आयात लाइसेंस 1-2 दिनों के भीतर दिया जाएगा। कोई आयात लाइसेंस लंबित नहीं है। हम उन्हें अपनी कंपनियों के साथ यहां निर्माण के लिए आमंत्रित करते हैं। जॉनसन एंड जॉनसन ने अच्छा काम किया। उन्होंने क्वाड के तहत इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी विभाग, संबंधित अन्य विभाग और विदेश मंत्रालय शुरुआत से फाइजर, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन के संपर्क में है। उनसे आधिकारिक तौर पर पूछा गया था कि क्या वे भारत में खुराक भेजना चाहते हैं या निर्माण करना चाहते हैं, हम भागीदार ढूंढेंगे और सहायता करेंगे।

 

उन्होंने कहा कि हर कंपनी के पास यह करने की क्षमता नहीं है। हम उन कंपनियों को खुला निमंत्रण देते हैं, जो ऐसा करना चाहती हैं। जो कंपनियां कोवैक्सिन का निर्माण करना चाहती हैं, उन्हें मिलकर करना चाहिए। सरकार सहायता करेगी ताकि क्षमता बढ़े। डॉ पॉल ने कहा है कि लोगों का कहना है कि कोवैक्सिन का निर्माण को अन्य कंपनियों को दिया जाना चाहिए। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि जब हमने उनके साथ इस पर चर्चा की थी, कोवैक्सिन निर्माण कंपनी (भारत बायोटेक) ने इसका स्वागत किया है। इस टीके के तहत जीवित वायरस निष्क्रिय हो जाता है और यह केवल बीएसएल 3 प्रयोगशालाओं में किया जाता है।

 

24 राज्यों में 15 फीसद से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट: स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अब तक 83.26 फीसद मामले ठीक हुए हैं। देश में करीब 37.1 लाख सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। 3 मई को रिकवरी रेट 81.3 फीसद थी, जिसके बाद रिकवरी में सुधार हुआ है। पिछले 24 घंटों में देश में 3,62,727 मामले दर्ज़ किए गए हैं। देश में 12 राज्य ऐसे हैं जहां 1 लाख से भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 8 राज्यों में 50,000 से 1 लाख के बीच सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। 16 राज्य ऐसे हैं जहां 50,000 से भी कम सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। देश में 24 राज्य शासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां 15 फीसद से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है। 5-15 फीसद पॉजिटिविटी रेट 8 में है। 5 फीसद से कम पॉजिटिविटी रेट 4 में है।

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