इलाहाबाद हाईकोर्ट से इस पूर्व बाहुबली सांसद को मिली जमानत, लेकिन लोकसभा चुनाव लड़ने पर रोक

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द लीडर हिंदी: उत्तर प्रदेश में गरमाए चुनावी माहौल के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शनिवार को जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बड़ी राहत दी है. उनकी जमानत याचिका को मंजूर कर लिया गया है. हालांकि, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. सजा पर रोक नहीं लगाए जाने से धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.उन्हें रंगदारी मांगने के मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई है.सजा के ऐलान के बाद से ही वह जौनपुर जेल में बंद थे. शनिवार को उन्हें बरेली जेल ट्रांसफर किया गया. इस पर विवाद गहराया हुआ था. इसी बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है.इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जमानत दे दी.

बतादें हाईकोर्ट ने शनिवार को उनकी जमानत से जुड़ी याचिका पर दोपहर करीब 12 बजे अपना फैसला सुनाया है. कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए उन्हें जमानत तो दे दी लेकिन सजा पर रोक नहीं लगाई है.धनंजय सिंह की आर से हाई कोर्ट में जमानत अर्जी दायर की गई थी. साथ ही, सजा पर भी रोक लगाए जाने की मांग की गई थी. हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर धनंजय सिंह जेल से बाहर आ सकते हैं. धनंजय सिंह की रंगदारी मामले में 7 साल की सजा पर रोक लगाने की भी गुहार को हाई कोर्ट ने नामंजूर कर दिया. हाई कोर्ट ने इस मामले में बड़ा आदेश देते हुए सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. 7 साल की सजा होने के कारण धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव 2024 नहीं लड़ पाएंगे. दरअसल, लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत 2 साल इससे अधिक सजायाफ्ता को सजा पूरी करने के 6 साल बाद तक चुनाव लड़ने पर रोक है.

बताते चले हाई कोर्ट में धनंजय सिंह की तरफ से सज़ा पर रोक लगाने और जमानत पर रिहा करने की मांग को लेकर क्रिमिनल अपील दाखिल की गई थी. गुरुवार को धनंजय सिंह की अपील पर सुनवाई पूरी होने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फ़ैसले को सुरक्षित रख लिया था.

धनंजय की पत्नी चुनावी मैदान में उतरी हैं.
आपको बता दें भले ही धनंजय सिंह के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई हो.लेकिन धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी उर्फ श्रीकला सिंह जौनपुर लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर उम्मीदवार हैं. जौनपुर लोकसभा सीट पर उनके आने से चुनावी माहौल खासा गरमा गया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में जौनपुर सीट बहुजन समाज पार्टी के पाले में गई थी. सपा-बसपा गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में उतरे बसपा उम्मीदवार श्याम सिंह यादव ने इस सीट से जीत हासिल की थी. बसपा के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले श्याम सिंह यादव लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से नजदीकी दिखी थी. हालांकि, इसका फायदा उन्हें नहीं मिला. बसपा ने भी उनका टिकट काट दिया. कांग्रेस-सपा गठबंधन के तहत जौनपुर लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के पहले में गई है.

बीजेपी ने जौनपुर से महाराष्ट्र की राजनीति में सक्रिय रहे कृपा शंकर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतर कर मुकाबले को रोमांचक बना दिया है. इन दोनों उम्मीदवारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती श्रीकला रेड्डी की आई है. अब धनंजय सिंह के जेल से बाहर आने के बाद माहौल और गरमाएगा. धनंजय सिंह उनके लिए चुनाव प्रचार मैदान में उतर सकते हैं. इससे चुनावी रंग चढ़ना तय है.

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