आप विधायक अमानतुल्लाह खान को दिल्ली वक्फ बोर्ड से जुड़े मामले में मिली जमानत

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द लीडर हिंदी: भले ही दिल्ली सीएम केजरीवाल को कोर्ट से राहत नहीं मिल रही हो. लेकिन आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मिल गई. अमानतुल्लाह खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड में नियुक्तियों में अनियमितता का आरोप है. आज राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान को 15 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है.बतादें ईडी की शिकायत पर कोर्ट ने 9 अप्रैल को अमानतुल्लाह खान को आज पेश होने के लिए समन जारी किया था.

दरअसल, ईडी ने याचिका दायर कर कहा है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती में गड़बड़ियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए अमानतुल्लाह खान को समन जारी किया गया था लेकिन वो पेश नहीं हुए.हालांकि राउज एवेन्यू कोर्ट 9 मई को इस मामले में अगली सुनवाई करेगा. ईडी ने आरोप लगाया है कि अमानतुल्लाह खान ने अपने कार्यकाल के दौरान तय नियमों और सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए 32 व्यक्तियों की गैरकानूनी रूप से भर्ती की.

ईडी का आरोप-जांच में सहयोग नहीं कर रहे अमानतुल्ला
दिल्ली राऊज एवेन्यू कोर्ट ने शनिवार को आप विधायक अमानतुल्ला खान को उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत पर दर्ज मामले में जमानत दे दी है. अदालत ने उन्हें ₹15,000 के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत पर जमानत दे दी.बता दें इस पूरे मामले पर ईडी ने कहा था कि अमानतुल्लाह खान जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. इससे पहले 11 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने अमानतुल्लाह खान की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दिया था. ईडी के मुताबिक, अमानतुल्लाह खान ने आपराधिक गतिविधियों से काफी संपत्ति अर्जित की और अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदी है. ईडी का कहना है कि छापे के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य ऐसे मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि वो मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल हैं.

बतादें 1 मार्च को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. उसके बाद अमानतुल्लाह ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली. राऊज एवेन्यू कोर्ट ईडी की तरफ से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान ले चुकी है. ईडी ने 9 जनवरी को चार्जशीट दाखिल की थी. करीब पांच हजार पेजों के चार्जशीट ने ईडी ने जिन लोगों को आरोपी बनाया है ,उनमें जावेद इमाम सिद्दीकी, दाऊद नासिर, कौसर इमाम सिद्दीकी और जीशान हैदर को आरोपी बनाया है. ईडी ने पार्टनरशिप फर्म स्काई पावर को भी आरोपी बनाया है.

क्या है पूरा मामला जानिए
दरअसल ईडी के मुताबिक, ये मामला 13 करोड़ 40 लाख रुपए की जमीन की बिक्री से जुड़ा हुआ है. आप विधायक अमानतुल्लाह खान के अज्ञात स्रोतों से अर्जित संपत्ति से जमीनें खरीदी और बेची गई. आरोपी कौसर इमाम सिद्दीकी की डायरी में 8 करोड़ रुपए की एंट्री की गई है. जावेद इमाम को ये संपत्ति सेल डीड के जरिए मिली. जावेद इमाम ने ये संपत्ति 13 करोड़ 40 लाख में बेचीय जीशान हैदर ने इसके लिए जावेद को नकद राशि दी.

इस मामले में पहले सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई की तरफ से दर्ज केस में आप विधायक अमानतुल्लाह खान समेत 11 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जांच के बाद सीबीआई ने 21 अगस्त 2022 को चार्जशीट दाखिल की थी. सीबीआई के मुताबिक, दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ और संविदा पर दूसरी नियुक्तियों में गड़बड़ियां की गई.वही अभी हाल में ही दिल्ली वक्फ बोर्ड में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने आप विधायक से 12 घंटे से अधिक की पूछताछ की थी.18 अप्रैल को सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे आप विधायक से पूछताछ की गई और एजेंसी ने उनका बयान दर्ज किया था.

बतादें सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि इन नियुक्तियों के लिए अमानतुल्लाह खान ने महबूब आलम और दूसरे आरोपियों के साथ साजिश रची जिन्हें वक्फ बोर्ड में विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया था. चार्जशीट के मुताबिक, इन नियुक्तियों में मनमानी की गई और अमानतुल्लाह खान और महबूब आलम ने अपने पद का दुरुपयोग किया.लेकिन फिलहाल अभी अमानतुल्लाह खान को कोर्ट से राहत मिल गई है.

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