अमेरिका में भारतवंशियों का फिर डंका बजा, नीरा टंडन बनीं राष्ट्रपति की वरिष्ठ सलाहकार

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द लीडर डेस्क। अमेरिका में भारतवंशियों के अच्छे दिन चल रहे हैं। बाइडेन प्रशासन ने अब एक और भारतीय-अमेरिकी महिला को नवाजा है। नीरा टंडन व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन की वरिष्ठ सलाहकार होंगी। 50 साल की नीरा टंडन सोमवार से व्हाइट हाउस में अपनी जिम्मेदारी संभालेंगी।

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नीरा टंडन अपनी खास राजनीतिक समझ रखती हैं और जाहिर भी करती रही हैं। सोशल मीडिया पर की गई कई विवादित पोस्ट के कारण उन्हें डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक सीनेटरों से कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था। इसीलिए उन्होंने व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (ओएमबी) के निदेशक पद के लिए किया गया अपना नामांकन वापस ले लिया था।

टंडन इस समय ‘सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस’ (कैप) की अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। कैप के संस्थापक एवं निदेशक पोडेस्टा ने कहा कि, नीरा बुद्धिमत्ता, कड़ी मेहनत और राजनीतिक दृष्टि बाइडन प्रशासन के लिए अहम साबित होगी। हालांकि हमें सीएपी में उनकी विशेषज्ञता और लीडरशिप की कमी खलेगी, जिसका 2003 में गठन किया गया था। मैं यह देखने के लिए उत्साहित हूं कि, वरिष्ठ सलाहकार की भूमिका में वह आने वाले वर्षों में क्या हासिल करेंगी।

स्वास्थ्य सुधारों की वरिष्ठ सलाहकार रह चुकी हैं नीरा

बता दें कि, नीरा टंडन पहले अमेरिका स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्रालय में स्वास्थ्य सुधारों की वरिष्ठ सलाहकार रह चुकी हैं। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ के कुछ विशेष प्रावधानों पर कांग्रेस और हितधारकों के साथ मिलकर काम किया था।

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इससे पहले, वह ओबामा-बाइडन की राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रचार मुहिम की घरेलू नीति की निदेशक थीं। उन्होंने देश की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रचार मुहिम की नीति निदेशक के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली थी।
नीरा ने पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में घरेलू नीति की सहायक निदेशक और प्रथम महिला की वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था।

जब नीरा टंडन के नाम पर उठा था विरोध

मार्च में व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति जो बाइडन के बजट कार्यालय में नीरा टंडन को निदेशक बनाने का नामांकन प्रस्ताव वापस ले लिया था। दोनों पार्टियों में नीरा के नाम पर उठा विरोध खत्म नहीं किया जा सका था। नीरा ने भी नाम वापसी की घोषणा कर दी थी, क्योंकि वे डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकनों के बीच अपने नामांकन की पुष्टि  के लिए पर्याप्त वोट जुटाने में नाकाम रहीं।

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नीरा के नाम पर पुष्टि का अनुरोध बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने भी खारिज कर दिया था। तब बाइडन ने कहा था कि, सुश्री टंडन ने कहा है कि, प्रबंधन कार्यालय और बजट निदेशक के लिए उनका नामांकन वापस ले लिया जाए, और मैंने उनका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।

नीरा ने 1,000 ट्वीट डिलीट कर सीनेटरों से मांगी थी माफी

बता दें कि, टंडन के नामांकन की पुष्टि का रास्ता पहले ही कठिन था और उन्हें पूर्व में कई सांसदों के खिलाफ किए गए ट्वीट के कारण विरोध का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि उन्होंने ऐसे 1,000 से ज्यादा ट्वीट डिलीट कर सीनेटरों से माफी भी मांग ली थी लेकिन उनका विरोध कम नहीं हुआ था।

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आखिरकार बाइडन ने नीरा को सौंपी नई जिम्मेदारी

तब बाइडन ने कहा था कि, मैं उनके अनुभव, कौशल और विचारों का बहुत सम्मान करता हूं और चाहता हूं कि, मेरे प्रशासन में उनकी कोई भूमिका हो। और आखिरकार बाइडन ने उन्हें इतना महत्वपूर्ण पद देते हुए नई जिम्मेदारी सौंप दी।

हिलेरी क्लिंटन की भी करीबी रही हैं नीरा

भारतीय मूल की नीरा टंडन अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री और 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की करीबी सहयोगी रही हैं। नीरा ने ओबामा सरकार में भी अफॉर्डेबल केयर एक्ट को पास कराने में मदद की थी।

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कौन हैं नीरा टंडन

नीरा टंडन  के भारतीय मूल के माता पिता बेडफ़ोर्ड मैसाचुसेट्स में रहते थे। उनका जन्म 10 सितंबर 1970 में वहीं हुआ। मां माया टंडन ने पति से तलाक के बाद उनकी परवरिश की। 1999 में उन्होंने बेंजामिन एडवर्ड से शादी की।  उनका एक भाई भी है राज टंडन। उन्हें ‘द वर्किंग मदर पत्रिका’ ने 2014 की 50 सबसे अधिक ताकतवर मांओं की सूची में शामिल किया है। टंडन ने ‘यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया’ से बीएससी और येल लॉ स्कूल से कानून की डिग्री हासिल की है।

 

 

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