लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच रार बढ़ती जा रही हैं। जहां विश्विद्यालय में स्थापना दिवस की तिथि बदलने का विरोध कर रहे छात्रों ने भिक्षा मांगकर खुद ही स्थापना दिवस मनाया था। वहीं बीते सोमवार को 300 संविदा कर्मचारियों के टेंडर को निरस्त करके एक निजी आईटी कम्पनी को मैनपॉवर का टेंडर देने का मामला भी अब गरम होता जा रहा है।
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विश्विद्यालय के छात्र धनजी यादव ने गुरुवार को राष्ट्रपति, शिक्षा मंत्री और अन्य जिम्मेदारों को पत्र लिखकर कुलपति प्रो. संजय सिंह शिकायत की है। विश्वविद्यालय ने सोमवार को पूर्व में काम कर रही एजेंसी का टेंडर निरस्त करके एक निजी आईटी कम्पनी को बिना टेंडर के ही काम दे दिया है, जिससे छात्र नाराज हैं। छात्रों ने आईटी कम्पनी के सभी दस्तावेज सार्वजनिक करने की मांग की है।
छात्रों ने कुलपति पर लगाए गंभीर आरोप
छात्रों ने बीबीएयू कुलपति प्रो. संजय सिंह पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। छात्रों का कहना है कि, प्रो. संजय के आने के बाद से विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधि ठप पड़ी हुई हैं। कुलपति नैक मूल्यांकन भी नहीं करवा पाए हैं। वहीं नियुक्तियों में भी भ्रष्टाचार किया गया है। छात्रों ने चेतवानी दी है कि, यदि इस मामले में निष्पक्ष जांच करके कार्यवाही न की गई तो छात्र इस मामले को न्यायालय में लेकर जाएंगे।
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