गजा में युद्ध के बीच इजराइली सैनिकों पर बड़ा हमला, 20 से ज्यादा सैनिकों की मौत

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द लीडर हिंदी : इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इजरायली सेना के सामने हमास के लड़ाके किसी भी कीमत पर हार मानने को तैयार नहीं है. हमास नए-नए तरीकों से आईडीएफ के जवानों पर हमले कर रहा है. वही गजा में युद्ध के बीच इजराइली सैनिकों पर बड़ा हमला हुआ है. इजराइल के मुताबिक, हमले में उसके 20 से ज्यादा सैनिकों की मौत हुई है.

बताया गया है कि ये सैनिक इमारतों को विस्फोटकों से ध्वस्त करने की तैयारी कर रहे थे तभी ये हमला हुआ. यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी चपेट में आकर दो इमारतें भी तबाह हो गईं. वहीं इस्राइली सेना के एक टैंक पर हमास के लड़ाकों ने आरपीजी से हमला किया. इन सैनिकों की मौत के बाद हमास के साथ लड़ाई में इस्राइली सेना के अब तक 200 से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं.

इमारत में विस्फोटक कैसे हुआ
इस्राइली सेना विस्फोट की वजह का पता लगाने की कोशिश कर रही है. फिलहाल माना जा रहा है कि जिस इमारत में विस्फोट हुआ, उनमें भारी मात्रा में विस्फोटक रखा हुआ था. जब वहां इस्राइल के सैनिक मौजूद थे तो आरपीजी से इमारत पर हमला किया गया, जिससे इमारत में भयंकर विस्फोट हुआ. इस विस्फोट के चलते दो इमारतें तबाह हो गईं.इमारतों के मलबे और विस्फोट में सैनिकों की मौत हुई.

वही इस्राइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने बताया कि कल की घटना में कुल 21 सैनिक मारे गए हैं. उन्होंने बताया कि सैनिक सीमा पर करीब 600 मीटर के इलाके में मौजूद थे. सैनिक वहां पर हमास के ठिकानों को तबाह कर रहे थे. शाम करीब चार बजे आतंकियों ने एक टैंक पर आरपीजी से हमला किया. इसी दौरान दो दो मंजिला इमारतों में विस्फोट हो गया. जिसके बाद इमारतें गिर गईं। इन इमारतों के मलबे की चपेट में आकर सैनिक मारे गए.

इस्राइल को मिस्त्र ने दी चेतावनी
मिस्त्र ने इस्राइल को चेतावनी दी है कि अगर इस्राइल ने दोनों देशों की सीमा पर मौजूद जमीन के टुकड़े फिलाडेल्फी कॉरिडोर को कब्जाने की कोशिश की तो इससे दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ सकते हैं. फिलाडेल्फी कॉरिडोर मिस्त्र और इस्राइल के बीच मौजूद 14 किलोमीटर लंबा इलाका है. इस्राइली सेना इस इलाके पर नियंत्रण करने की योजना बना रही है क्योंकि इसी इलाके से गाजा में हथियारों की तस्करी की जाती है. मिस्त्र को चिंता है कि सीमा पर सैन्य कार्रवाई से बड़ी संख्या में फलस्तीनी लोग उनकी सीमा में प्रवेश कर सकते हैं.